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    बाथरूम में नहाते समय युवती हुई बेहोश: ICU में भर्ती, इन मरीजों के लिए खतरनाक है गैस गीजर; बरतें ये सावधानियां

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 11:00 AM (IST)

    फिरोजाबाद में एक युवती बाथरूम में गैस गीजर से नहाते समय ऑक्सीजन की कमी के कारण बेहोश हो गई। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर उसे आईसीयू में भर्ती कराया। डॉक्ट ...और पढ़ें

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    हॉस्पिटल में भर्ती युवती।

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। बाथरूम में गैस गीजर के पानी से नहाते समय ऑक्सीजन की कमी होने से रविवार सुबह युवती बेहोश हो गई। उसे स्वजन ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। आइसीयू भर्ती कराने और कई घंटे आक्सीजन लगने के बाद उसे होश आया। पुरानी मंडी हुई इस घटना से पूरे परिवार में खलबली मच गई।

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    पुरानी मंडी में रविवार सुबह की घटना, स्वजन ने दरवाजा तोड़कर निकाला

    25 वर्षीय अंजली कुमारी सुबह 11 बजे नहा रही थीं। इस दौरान बाथरूम में उसके गिरने की आवाज आई तो भाई कुनाल और अन्य स्वजन ने आवाज लगाई, लेकिन अंदर से जवाब नहीं मिला। इस पर दरवाजा तोड़ा गया तो वह बेहोशी की हालत में पड़ी थी। उसे पहले सरकारी ट्रामा सेंटर लाया गया। बाद में स्वजन प्राइवेट ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया।

    ऑक्सीजन लगने के कई घंटे बाद होश आया, गैस गीजर के कारण हुई घटना

    भाई ने बताया कि उनके घर के बाथरूम में गैस का गीजर लगा है। उसी के पानी से नहाते समय यह घटना हुई। युवती का उपचार कर रहे न्यूरो सर्जन डॉ. निमित गुप्ता ने बताया कि बाथरूम में गैस बनने के कारण ऐसा हुआ है। युवती का आइसीयू में उपचार चल रहा है। अब हालत में सुधार है, लेकिन कई घंटे आक्सीजन लगाने के बाद उसे होश आया।

    डॉक्टर ने बताया कि पानी गर्म करने के लिए घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले गैस गीजर हर वर्ष कई लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। हर वर्ष इस तरह के कई मामले आते हैं। कई बार मरीज की जान भी चली जाती है।



    इस तरह बनती है गैस

    गीजर में जब एलपीजी जलती है तो उसे आक्सीजन की जरूरत होती है। बाथरूम में गैस गीजर चालू रखने से आक्सीजन खत्म हो जाती है। ईंधन को जलने के लिए पर्याप्त आक्सीजन न मिलने से कार्बन मोनो आक्साइड व नाइट्रो आक्साइड गैस उत्पन्न होती है। यह गैस सांस के साथ शरीर में प्रवेश करती है। शरीर को आक्सीजन न मिलने व जहरीली गैस मिलने से लोग बेहोश हो जाते हैं।



    इन मरीजों के लिए खतरनाक है बंद बाथरूम में नहाना

    डॉ. निमित ने बताया कि गैस गीजर से होने वाले खतरों से लोग अंजान हैं। बेहोशी की हालत में समय रहते आक्सीजन मिल जाए तो जान बच सकती है। मिर्गी, पार्किंसंस और दौरा पड़ने के मरीजों को बंद बाथरूम में गैस गीजर का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।




    ये बरतें सावधानियां

    बाथरूम के बाहर गैस गीजर लगवाएं, बाथरूम में केवल पानी की पाइप ही हो।
    बाथरूम में वेंटीलेशन की व्यवस्था ठीक हो।
    खिड़की को बंद न रखें। उससे हवा आती-जाती रहे।
    नहाते समय गैस गीजर चलाया है और सांस लेने में परेशानी हो रही है तो तत्काल बाथरूम का दरवाजा खोल दें।


    10 दिन पूर्व भी इस तरह की एक घटना हुई थी

     

    शहर में 10 दिन पूर्व भी इस तरह की एक घटना हुई थी। इसमें नई नवेली दुल्हन शादी के दो दिन बाद बाथरूम में नहाते समय बेहोश हो गई तो ससुरालीजन के होश उड़ गए। वे उसे लेकर प्राइवेट ट्रामा सेंटर लेकर आए। शाम तक भर्ती रहने के बाद उसकी हालत स्थिर हुई। जब जाकर उनकी जान में जान आई। ससुरालीजन का कहना था कि यदि दुल्हन को कुछ हो जाता तो उन पर कई तरह के आरोप लग सकते थे।