क्यों पड़े हो चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : कुछ इसी तरह के नारों से जिला मुख्यालय पूरे दिन गूंजता रहा। दूसरे चरण के ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : कुछ इसी तरह के नारों से जिला मुख्यालय पूरे दिन गूंजता रहा। दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन जिला पंचायत सदस्य पद के लिए आवेदन करने वालों की लाइन लगी रही। प्रत्याशी पूरे जोश और विश्वास के साथ पर्चा दाखिल करने पहुंचे। इस दौरान कुछ प्रत्याशियों को औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण परेशान भी होना पड़ा।
शनिवार को फीरोजाबाद और हाथवंत ब्लॉक के लिए नामांकन का आखिरी दिन था। निर्वाचन अधिकारी पीडी डीआरडीए सर्वेश चंद्र यादव एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी अखिलेश पांडे सुबह आठ बजे ही अपनी टीम के साथ एडीएम कोर्ट में बनाए गए निर्वाचन कक्ष में बैठ गए। हालांकि प्रत्याशियों के आने का सिलसिला दस बजे शुरू हुआ। 11 बजे तक फीरोजाबाद ब्लॉक के वार्ड नंबर 23 से चार, 24 से तीन और 25 से एक नामांकन हो गया। वहीं हाथवंत ब्लॉक के वार्ड नंबर 11 से एक और 12 से दो नामांकन हुए। दोपहर 12 बजे के बाद वार्ड नंबर 13 से भाजपा समर्थित अशोक बघेल, निर्दलीय विष्णु चौहान, श्री कृष्ण बघेल, नीलम यादव करीब करीब एक ही समय जिला मुख्यालय पहुंचे। चारों ही प्रत्याशियों के साथ समर्थकों की काफी भीड़ एवं वाहनों का काफिला था। अलग अलग खेमों में बंटे समर्थक अपने अपने प्रत्याशी के लिए नारे लगा रहे थे। दोपहर दो बजे करीब जसराना विधायक रामवीर ¨सह यादव अपने पुत्र अमोल यादव को नामांकन कराने पहुंचे। बसपा के एक प्रत्याशी भी पूरे रंग में दिखाई दिए। वार्ड नंबर 12 से सपा समर्थित इंजीनियर राजीव यादव के साथ ही हरिओम, भाजपा से सोनू शर्मा और किसान यूनियन के दलवीर ¨सह यादव भी लाव लश्कर के साथ नामांकन करने पहुंचे। एक समय ऐसा आया जब जिला मुख्यालय परिसर में सपा की लाल और भाजपा की भगवा रंग की टोपी लगाए समर्थकों का काफी जमावड़ा हो गया। नामांकन करने का कार्य शाम साढ़े चार बजे तक चला। जो प्रत्याशी चार बजे तक मुख्यालय पहुंच गए थे, उन सभी को नामांकन के लिए अंदर कर लिया गया।
दिखी सत्ता की हनक
शनिवार को नामांकन के दौरान कुछ प्रत्याशियों ने हद पार कीं। एक प्रत्याशी तो अपने समर्थकों को बसों में भरकर लाए। सपा के दो दिग्गज प्रत्याशी भी अपने साथ वाहनों का लंबा काफिला लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे। इसके बाद नामांकन कक्ष में भी तय संख्या से अधिक लोग अपने साथ ले गए। जबकि अब तब पुलिस सभी प्रत्याशियों के साथ ही केवल तीन तीन व्यक्तियों को ही अंदर जाने दे रही थी, लेकिन अमोल यादव एवं राजीव इंजीनियर के लिए डीएम कार्यालय के बाहर तैनात पुलिस अधिकारियों ने चुनाव आयोग के नियम भुला दिए। इनके साथ वीडियो ग्राफर भी नामांकन कक्ष तक गए। जबकि अन्य प्रत्याशियों के समर्थकों ने पुलिस ने खदेड़ दिया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।