फतेहपुर में बड़ी कार्रवाई : बिजली विभाग का एसडीओ व दलाल 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार
जौनपुर के ध्यानार्थ- प्रथम पेज -फोटो) दस हजार रिश्वत लेते एसडीओ व उसका निजी मुंशी गिरफ्तार

फतेहपुर में बड़ी कार्रवाई : बिजली विभाग का एसडीओ व दलाल 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार
एसडीओ प्रेमचंद्र यादव ने बिल कम करने के एवज में दलाल के माध्यम से मांगी थी दस हजार रुपये रिश्वत, एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से बिजली विभाग में खलबली
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बिजली वितरण खंड प्रथम के एसडीओ प्रेमचंद्र यादव व दलाल अतुल सिंह को गुरुवार को एंटी करप्शन प्रयागराज की टीम ने दस हजार की रिश्वत के साथ दबोच लिया। दोनों पर थरियांव थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया गया और टीम उन्हें लेकर वाराणसी चली गई। एसडीओ ने यह रिश्वत आवास विकास कालोनी के विकास सिंह भदौरिया से बिजली बिल को कम करने के एवज में अपने दलाल के माध्यम से मांगी थी। इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग में की गई थी।
दोपहर करीब 12 बजे एंटी करप्शन की टीम निरीक्षक अंजली यादव के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी प्रथम के कार्यालय पहुंची। शिकायतकर्ता को पहले ही पैसे देने के लिए भेज दिया गया था। जैसे ही एसडीओ के सामने दलाल ने शिकायतकर्ता से पैसा लिए टीम ने दबोच लिया। दलाल के हाथ पानी में डलवाए जिससे नोटों में लगा केमिकल पानी में छूटने लगा। यह देखकर दफ्तर में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों में खलबली मच गई। एंटी करप्शन टीम ने दलाल व एसडीओ को पकड़कर सरकारी गाड़ी में बैठा लिया। एसडीओ प्रथम प्रेमचंद यादव जौनपुर जिले के थाना चंदवक गांव ब्राह्मणपुर के निवासी हैं। जबकि दलाल अतुल सिंह फतेहपुर शहर के शकुन नगर मुहल्ले का निवासी है। थरियांव थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि एंटी करप्शन टीम की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
क्या था पूरा मामला
सिविल लाइंस निवासी विकास सिंह भदौरिया के अनुसार अप्रैल माह से उनका बिजली का बिल बढ़कर आ रहा था। कई महीने बिल बढ़कर आया तो उन्होंने इसकी शिकायत अगस्त माह में एसडीओ से की थी। सितंबर माह में एसडीओ ने अतुल सिंह के जरिए दस हजार रुपये की रिश्वत पर बिल ठीक करने के सौदेबाजी की। पहले मांग 30 हजार की थी, लेकिन बाद में सौदा दस हजार में तय हो गया। उसने इसकी गोपनीय शिकायत एंटी करप्शन विभाग को भेज दी। आगे उसने वही किया जो एंटी करप्शन टीम ने कहा।
संविदा से हटाया तो दलाली में जुटा अतुल
बिजली विभाग के लिए अतुल सिंह किसी परिचय का मोहताज नहीं है। दरअसल कई वर्ष तक उसने आउटसोर्स के जरिए संविदा आधारित नौकरी इसी विभाग में की है। चार माह पहले शिकायतों के चलते उसकी संविदा समाप्त कर दी गयी थी। बावजूद उसने विभाग नहीं छोड़ा और एसडीओ का निजी व्यक्ति (दलाल) बनकर काम करने लगा।
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