मिली सौगात, जिले में तैयार हो रहीं आठ गोशालाएं
- खर्च हो रही दस करोड़ की पूंजी ढाई हजार गोवंश को मिलेगा आश्रय -दिसंबर तक संस्थाओ क

- खर्च हो रही दस करोड़ की पूंजी, ढाई हजार गोवंश को मिलेगा आश्रय
-दिसंबर तक संस्थाओ को हैंडओवर करने का दिया गया समय
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: फसलों को नुकसान पहुंचा रहे बेसहारा पशुओं को जल्द ही पक्के आवास की सुविधा मिलेगी। जिले में दस करोड़ के खर्च से आठ पक्की गोशालाएं बन रहीं हैं, जिनका निर्माण कार्य दिसंबर माह तक पूर्ण होने जा रहा है। इन आठ गोशालाओं में एक मात्र बड़नपुर गोशाला ऐसी है जिसमें जमीनी विवाद के कारण निर्माण अधर में हैं। अफसर इसका काम भी आरंभ कराने में जुटे में हैं। हर हाल में इन गोशालाओं का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम है।
जिले में 2020 के रैपिड सर्वे में पाया गया था, करीब 20 हजार गोवंश आज भी बेसहारा के रूप में घूम रहा है। ऐसे में प्रशासन ने गांवों में बनने वाले अस्थाई गोशालाओं के साथ स्थाई गोशाला का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब जब शासन ने सभी आठ गोशालाओं के लिए धनराशि भेज दी है और निर्माण कार्य भी 50 से 90 फीसद तक पूर्ण हो गया तो इन्हें संचालित करने का जोर पशु पालन विभाग पर आ गया है। इन गोशालाओं के संचालन मात्र से ढाई हजार पशुओं को स्थाई आश्रय मिल जाएगा। पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आरडी अहिरवार ने बताया कि दिसंबर तक काम समय कार्यदाई संस्था आरईएस, पीडब्लूडी और यूपी स्माल कोआपरेटिव को दिया गया है। जैसे ही यह गोशालाएं हैंडओवर हो जाएगी संचालन शुरू हो जाएगा।
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हर गोशाला में यह अनिवार्य निर्माण
-चार पक्के कैटल शेड
-गोशाला की चारो तरफ से बांड्री
-गोशाला में मुख्य गेट व बोरिग
-एक भूसा व एक चूनी-चोकर कक्ष
-एक कार्यालय कक्ष
-तीन पक्की चरही बडे सतर की
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एक गोशाला के निर्माण में 1.20 करोड़ खर्च
-जिले में जो आठ स्थाई गोशालाएं बनाई जा रही है, उनका निर्माण दिसंबर में पूर्ण हो जाएगा। हर गोशाला के निर्माण में 1.20 करोड़ की धनराशि निर्माण में खर्च की जा रही है। निर्माण पूरा होने के बाद डीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी इनकी तकनीकी रूप से गुणवत्ता जांच भी करेगी।
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जिले में यह बन रहीं है पक्की गोशाला
-बढ़वा, कोंडार, शाखा, तारापुर भिटौरा, महरहा, भैंसौली व बड़नपुर। सिर्फ बड़न पुर की गोशाला में जमीनी विवाद है जहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। सीडीओ ने यहां एसडीएम को विवाद के निपटारे की जिम्मेदारी सौंपी है। जल्द काम शुरू होने की उम्मीद है।
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