कस्तूरबा की छात्राएं होंगी हाईटेक, मिलेगी कंप्यूटर शिक्षा
कस्तूरबा स्कूलों में कंप्यूटर लैब की सुविधा पा सकेंगी छात्राएं

कस्तूरबा की छात्राएं होंगी हाईटेक, मिलेगी कंप्यूटर शिक्षा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को हाईटेक बनाने के लिए कंप्यूटर की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने कस्तूरबा स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित किए जाने का निर्देश दिया है। कंप्यूटर लैब स्थापित हो जाने के बाद छात्राएं हाईटेक शिक्षा से जुड़ेंगी।
जिले के 13 ब्लाकों में से 10 ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को शिक्षा के साथ आवासीय सुविधा, भोजन, ड्रेस और किताबों की निश्शुल्क व्यवस्था दी जा रही है। मौजूदा समय में हाईटेक हुई शिक्षा में कंप्यूटर का बड़ा योगदान सिद्ध हो रहा है। दैनिक दिनचर्या कंप्यूटर पर आधारित हो गई है। शासन ने सभी कस्तूरबा स्कूलों को कंप्यूटर लैब के लिए धन भेजना भी शुरू कर दिया है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) संजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि कस्तूरबा स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित की जाएंगी। जैसे ही धन की उपलब्धता होगी लैब को संवारने का काम शुरू होगा। कई जिलों को धन मिला है, अभी तक जिले को धनराशि प्राप्त नहीं हो पाई है।
तीन ब्लाकों में खोजी जा रही जमीन
जिले के तीन ब्लाकों देवमई, खजुहा, अमौली में कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल अब तक संचालित नहीं हो पाए हैं। संचालित न होने के चलते संबंधित ब्लाकों की छात्राओं को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। अब शासन ने इन स्कूलों से वंचित ब्लाकों में आवासीय सुविधा युक्त विद्यालय खोले जाने की पहल शुरू हो गई है। जिला प्रशासन की ओर से इन ब्लाकों में जमीन की तलाश करवाई जा रही है। इसके लिए राजस्व कर्मियों को जमीन खोजकर देने के लिए लगाया गया है। जल्द ही जमीन मिलने पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा।
सेनेटरी पैड डिस्पोजल के लिए मिलीं 36 मशीनें
उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं के मासिक चक्र में उपयोग होने वाले सेनेटरी पैड के डिस्पोजल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सर्व शिक्षा अभियान बालिका की तरफ से जिले को 36 इंसुनरेटर मशीनें भेजी हैं। बीएसए ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर 36 मशीनें मिली हैं। सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में यह मशीनें उपलब्ध होंगी। इससे सेनेटरी पैड को फेकने के बजाए मशीन में डाला जाएगा। मशीन में सेनेटरी पैड जलाया जाएगा। यह पर्यावरण को दूषित होने से बचाएगा।
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