Fatehpur Temple Tomb Case: बीस गलियों से रोकी आवाजाही, पूरे इलाके में कर्फ्यू जैसे माहौल; जन्माष्टमी को लेकर बढ़ी चौकसी
फतेहपुर के आबूनगर उत्तरी में चेहल्लुम और जन्माष्टमी को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। मकबरा विवाद के कारण आठ हजार की आबादी तीन दिनों से परेशान है। गलियों में बैरियर लगाकर लोगों की आवाजाही रोक दी गई है जिससे निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस सख्ती से लोगों में आक्रोश है।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। मकबरा के विवाद के चलते आबूनगर उत्तरी की आठ हजार की आबादी पिछले तीन दिनों से कर्फ्यू जैसे माहौल में रह रही है। चेहल्लुम व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार को मकबरे की इस तरह से किलेबंदी कर दी कि परिंदा भी पर न मार सके।
मकबरा की ओर जाने वाली बीस से अधिक गलियों में बैरियर लगाकर पुलिस का पहरा बैठाल दिया गया है। इतना ही नहीं एक किलोमीटर की परिधि को बल्लियों से बैरीकेड्स कर दिया गया है। मोहल्ले की रहने वाली आठ हजार की आबादी नाकेबंदी से खासी परेशान है लोगों का कहना है कि इस सख्ती ने हम सबका सुख-चैन छीन लिया है।
आबूनगर रेड्इया में ईदगाह के पास बने मकबरें से बहुत कम लोग ही परिचित है। आम दिनों में वीरान पड़े रहने वाला मकबरा मंदिर होने के दावे के साथ सुर्खियों में आ गया। यूं तो तोड़फोड़ की घटना के बाद मकबरे में पुलिस का पहरा लग गया था लेेकिन इसके बाद तो पूरे इलाके को ही अघोषित रूप से सील कर दिया गया है।
आबूनगर उत्तरी की आठ हजार की आबादी उस समय अधिक परेशान हो गई जब पुरानी जीटी रोड से जाने वाली बीस से अधिक गलियों में वैरियर लगाकर आवाजाही रोक दी गई।
बुधवार को सख्ती इस तरह बढ़ा दिया कि मोहल्ले के लोग अपने घर व इष्टमित्रों के यहां पर नहीं जा पाए। पुलिस चौकी, आबकारी कार्यालय के पास वाले वैरियर मेंं सुबह दस बजे कई लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस कर्मी गली में घुसने के लिए आधार कार्ड मांग रहे थे।
शव के साथ भीड़ ले जाने से किया मना
आबूनगर नईबस्ती की रहने वाली वाहिदुल निशा की बुधवार को मृत्यु हो गई तो शव को दफन करने के लिए विवादित स्थल से आगे ले जाना था। पुलिस ने शव के साथ भीड़ न ले जाने की हिदायत दिया, इतना ही नहीं बैरिकेड्स लगे होने से स्वजन शव को दूसरी गलियों से घुमाकर ले गये।
मकबरे में ट्रिपल बैरिकेड्स
मकबरे को ट्रिपल बैरिकड्स के सुरक्षा घेरे में रखा गया है। कंमाड़ों समेत भारी संख्या में पुलिस व पीएसी बल चप्पे-चप्पे में तैनात है। मुस्लिम बाहुल्य आबादी में तीस प्रतिशत के लगभग हिंदू है, इलाके में शांत माहौल के बीच तनाव नजर आ रहा है।
बोले मोहल्ले के लोग
सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती तो सही है लेकिन इसतरह की नाकेबंदी की लोग बाजार तक न जा सके उचित नहीं है।
राजेश
बैरियर के पास से मोहल्ले के लोगों को भी नहीं निकलने देते, ऐसे में महिलाओं व बच्चों को भारी दिक्कत हो रही है।
भइयालाल
प्रशासन को चाहिए कि मोहल्ले वालों को आने-जाने पर न रोके, हम लोगों के मकबरा की तरफ खेत है, जाने से रोका जा रहा है।
केवली
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