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    Fatehpur News: आय-जाति व निवास का ढाई हजार आवेदकों को इंतजार, लेखपाल की नहीं लगी रिपोर्ट

    Updated: Thu, 26 Jun 2025 03:16 PM (IST)

    फतेहपुर में आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र जारी करने की ऑनलाइन व्यवस्था पारदर्शी होने के बावजूद, आवेदकों को सही जानकारी न होने के कारण ठगा जा रहा है। लेखपालों के एजेंट आवेदकों से 200-500 रुपये ऐंठते हैं, जबकि प्रमाण पत्र 20-21 दिनों में ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकते हैं। हजारों आवेदन लंबित हैं क्योंकि आवेदक प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं और एजेंटों के झांसे में आ जाते हैं।  

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    सदर तहसील में आय जाति निवास प्रमाण पत्र की आनलाइन स्थिति जांचता कर्मचारी। जागरण

    जागरण संवाददाता, फतेहपुर। शासन के निर्देश पर प्रशासन ने आय-जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी करने की भले ही पारदर्शी व्यवस्था बना दी है, लेकिन सही जानकारी न होने के कारण आज भी आवेदक ठगे जा रहे हैं। 

    यूं तो आप आनलाइन आवेदन के जरिए 20 दिन के बाद 21 वें दिन अपना आय-जाति व निवास उसी इंटरनेट कैफे से निकाल सकते हैं जहां से आपने आवेदन किया है, लेकिन यह बात कम ही लोगों को मालूम हैं, इसका फायदा लेखपाल उठा रहे हैं। 

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    आज भी ढाई हजार आवेदन लंबित है। वर्तमान व्यवस्था की बात की जाए तो आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र बनवाना बिल्कुल आसान है। कोई भी आवेदक आय व जाति बनवाने के लिए यदि आनलाइन आवेदन करता है तो वह आवेदन उसी दिन तहसीलदार की लागिंग में पहुंच जाता है। 

    तहसीलदार की लागिंग से 48 घंटे के अंदर उसे संबंधित क्षेत्र के लेखपाल की लागिंग में डिजिटल मार्किंग के जरिए भेज दिया जाता है। 15 दिन के भीतर लेखपाल को इस पर अपनी डिटिजल आख्या लगाकर पुन: तहसीलदार के पास वापस करना होता है, जिसके बाद 72 घंटे के अंदर तहसीलदार इसे डिजिटल सिग्नेचर से लॉक कर देते हैं। 

    आय-जाति प्रमाण पत्र जारी हो जाता है। आवेदक इसे आनलाइन ही निकाल सकता है, इसी तरह निवास प्रमाण पत्र सीधे एसडीएम की लागिंग में जाता है उपरोक्त प्रक्रिया के तहत वापस आ जाता है। 

    खेल यह है कि जैसे ही यह आवेदन लेखपाल की लागिंग में पहुंचते हैं, तो लेखपालों के एजेंट आवेदक से मिलने के लिए बुलाने लगते हैं, इसका मुख्य आशय मनमाफिक रिपोर्ट होता है। अगर 20 दिन के भीतर आवेदक नहीं आता है लेखपाल रिपोर्ट लगा देते हैं, चूंकि आवेदक को यह पता ही नहीं है कि 20 दिन में लेखपाल को रिपोर्ट लगानी ही है इसलिए वह एजेंट के संपर्क में आ जाता हैं और एजेंट इन्हें 200 से 500 रुपये तक ऐंठ लेते हैं। वर्तमान में समय सीमा के अंदर वाले ढाई हजार आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र लंबित हैं।

    इस वित्तीय वर्ष में सदर तहसील में प्रमाण पत्रों की स्थिति

     
    प्रकार आवेदन निर्गत हुए लंबित
    आय 17219 16081 113
    जाति 8660 8171 495
    निवास 13277 12388 889

    सदर तहसील में आय, जाति एवं निवास प्रमाण का एक भी आवेदन लंबित नहीं है, वर्तमान में सिर्फ 2522 आवेदन है जो जारी नहीं हुए है, लेकिन इन्हें जारी करने के लिए 20 दिन की समय सीमा है। प्रक्रिया जल रही तय समय सीमा पर जारी होंगे। किसी भी लेखपाल द्वारा लेनदेन जैसा कृत्य किया जा रहा है तो चिन्हित कराकर कार्रवाई करेंगे।

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    अर्चना अग्निहोत्री, एसडीएम सदर

    सात दिन में शैक्षिक जरूरत पर आय-जाति एवं निवास

    किसी भी आवेदक को यदि आय, जाति अथवा निवास प्रमाण पत्र की जरूरत शैक्षणिक कार्य के लिए उसकी समय सीमा सात दिन की है। लेखपाल, तहसीलदार व एसडीएम को इसी अवधि में जरूरी प्रक्रिया पूरी कर प्रमाण पत्र को निर्गत करना पड़ता है। 

    वर्तमान में शैक्षणिक जरूरत वाले आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों के लंबित होने की संख्या सदर, खागा व बिंदकी तहसील में शून्य हैं। 

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