मुस्लिम युवक बनाता था मतांतरण और निकाह का दबाव, मना करने पर बाग में घसीटकर हिंदू लड़की से किया दुष्कर्म
फतेहपुर में एक मुस्लिम युवक ने हिंदू किशोरी को मतांतरण और निकाह के लिए मजबूर किया। इनकार करने पर उसने किशोरी से दुष्कर्म किया। पीड़िता के पिता जब शिकायत करने गए तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। अधिवक्ता और भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने आरोपी और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर । मतांतरण व निकाह का दबाव न मानने पर मुस्लिम युवक ने हिंदू किशोरी को जबरन बाग में घसीटकर दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर जातिसूचक शब्द कहकर भाग निकला। पीड़िता के एक आंखे से नेत्रहीन पिता आरोपित के घर उलाहना देने गए तो उन्हें जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।
अधिवक्ता व भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप पर ललौली पुलिस ने आरोपित, इसके पिता व मां के विरुद्ध पाक्सो व एससी-एसटी एक्ट के तहत छेड़खानी, दुष्कर्म, धमकी देने व उ.प्र. विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
ललौली थाने के एक गांव में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि वह गांव का शोएब खान अक्सर छेड़खानी व अश्लील हरकत करता था।उसके पिता एक आंख से नेत्रहीन है इसलिए वह सबकुछ सहती रही। 25 अगस्त 2025 को वह शाम सात बजे नित्य क्रिया करने जंगल गई।
शोर मचाने पर अपशब्द कहकर भागा
तभी उक्त युवक ने आकर उसे रोक लिया और मतांतरण व शादी करने का दबाव डालने लगा। उसने मना कर इसका विरोध जताया तो उसे पास में स्थित बाग में घसीट ले गया और उसके बगैर मर्जी के जबरन दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर अपशब्द कहकर भाग निकला। घर जाकर उसने आपबीती बताई तो पिता, आरोपित के घर शिकायत लेकर पहुंचे जहां आरोपित के पिता नफीस खान व मां ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।
इंस्पेक्टर समशेर बहादुर सिंह ने बताया कि पीड़ित की ओर से आरोपित शोएब खान, इसके पिता नफीस खान व मां के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है-
कचहरी जाने पर मिला न्याय
शनिवार को पीड़िता अपने पिता के साथ कचहरी सिविल कोर्ट अधिवक्ता मुलायम सिंह यादव के चैंबर में पहुंची।जहां पर अधिवक्ता मुलायम सिंह यादव ने भाजपा नेता स्वरूपराज सिंह जूली एडवोकेट, अभिषेक शुक्ला, विनोद चंदेल, हिमांशू श्रीवास्तव से पीड़ित पक्ष को मिलवाया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने अधिकारियों से बात कर पीड़िता को थाने भेजा। तब जाकर दस दिन बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
अब समझौते का बना रहे दबाव
दहशतजदा पीड़िता ने बताया कि उसका गांव मुस्लिम बाहुल्य है और आरोपित का परिवार दबंग है जिसके कारण उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं करता है। उसके मां-पिता बहुत गरीब है। किसी तरह हिम्मत कर उसने शनिवार को थाने जाकर मुकदमा दर्ज कराया। अब आरोपितगण उसे व उसके परिवार पर लगाकर सुलह समझौते का दबाव बना रहे हैं।
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