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    Fatehpur News: नवजात की मौत पर अस्पताल में हंगामा, ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल को नोटिस

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 04:53 PM (IST)

    फतेहपुर में एक नवजात शिशु की अस्पताल में मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। एसीएमओ ने पुलिस के साथ पहुंचकर जांच की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अस्पताल संचालक पंजीयन दस्तावेज नहीं दिखा पाए जिसके बाद नोटिस जारी किया गया। आरोपों के अनुसार इलाज में लापरवाही बरती गई। सीएमओ ने जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की बात कही।

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    नवजात की मौत पर हंगामा, ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल को नोटिस

    जागरण संवाददाता, फतेहपुर। शादीपुर निवासी नवरतन सिंह राठौर ने अपने नवजात बच्चे को तांबेश्वर के निकट ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल में भर्ती कराया था। सोमवार की सुबह नवजात की मौत पर स्वजन ने हंगामा किया और चिकित्सक पर गलत उपचार का आरोप लगाया।

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    हंगामे पर एसीएमओ डा. इस्तियाक अहमद ने पुलिस बल के साथ पहुंच कर जांच पड़ताल की, और नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर संचालक मौके पर अस्पताल के पंजीयन के दस्तावेज नहीं दिखा पाए। टीम ने नोटिस जारी कर पंजीयन, उपचार की बीएसटी व चिकित्सक की डिग्री का रिकार्ड तलब किया है।

    जिला अस्पताल में सामान्य प्रसव के बाद नवरतन सिंह नवजात को मशीन में रखने के लिए ओझा हास्पिटल ले गये। यहां चिकित्सक डा. सुखेंद्रधर ओझा ने उपचार किया। रविवार की शाम तक नवजात को ठीक बताने वाले दोनों चिकित्सकों ने सोमवार की सुबह मृत घोषित कर दिया।

    नवरतन सिंह ने आरोप लगाया कि उपचार में लापरवाही की गयी है, उधर जांच को पहुंचे एडिशन सीएमओ ने कहा कि जांच की जा रही है।

    एक पंजीयन में तीन संस्थान, वह भी नवीनीकृत तक नहीं

    ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल की शुरूआती जांच में संस्थान संचालक डा. सर्वेश धर ओझा पंजीयन तक नहीं दिखा सके। यह बात अलग है कि इन्हीं डाक्टर साहब का ओझा फैक्चर हास्पिटल वर्मा तिराहा व खागा में ओझा अस्पताल भी है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि तीन संस्थानों के बीच में सिर्फ एक पंजीयन शुरूआती जांच में मिला है।

    ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल में हंगामें की जानकारी पर टीम भेजी है। आरोप के आधार पर नवजात का पोस्टमार्टम भी कराया है। अब जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई तय करेंगे।

    - डा. राजीव नयन गिरि, सीएमओ

    हमारे हर संस्थान का पंजीयन है, नोटिस के जवाब में दस्तावेज दिखाएंगे। रही बात नवजात की तो उसे गंभीर हालत में लाया गया था। उनके छोटे भाई डा. सुखेंद्रधर ओझा बाल रोग विशेषज्ञ हैं और उपचार किया है। बच्चे की गंभीरता के बारे में स्वजन को पहले ही बता दिया गया था।

    - डा. सर्वेशधर ओझा, संचालक ओझा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल