आनंद विहार-पटना स्पेशल ट्रेन का इंजन खराब, ढाई घंटे रुकी रहीं ट्रेनें; यात्रियों में मची अफरा-तफरी
फतेहपुर में आनंद विहार-पटना स्पेशल ट्रेन का इंजन रसूलाबाद-सतनरैनी स्टेशन के बीच खराब हो गया। लोको पायलट ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी जिसके बाद रेलवे विभाग ने राहत कार्य शुरू किया। एक मालगाड़ी के इंजन की मदद से ढाई घंटे बाद ट्रैक फिर से शुरू हो सका। इस दौरान राजधानी समेत 12 ट्रेनें रुकी रहीं और यात्री परेशान रहे।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। डाउन आनंदबिहार से पटना जा रही स्पेशल ट्रेन नं.(0 4090) का शुक्रवार देर रात 11.40 पर तकनीकी खामियों के चलते थरियांव थाने के रसूलाबाद-सतनरैनी स्टेशन के मध्य अचानक इंजन फेल हो गया।
जिस पर लोको पायलट ने कंट्रोल रूम को सूचना दी तो रेलवे महकमा में खलबली मची रही। ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) विभाग ने सिग्नल काटकर इंजीनियरिंग टीम के साथ राहत कार्य शुरू करा दिया। जिससे अप व डाउन ट्रैक पूरी तरह से ब्लाक रहा।
रेलकर्मियों ने आउटर पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन ट्रेन में लगाया। तब जाकर ढाई घंटे में रात सवा दो बजे के बाद ट्रैक बहाल हो सका। इस बीच राजधानी समेत दर्जन भर गाड़ियां खड़ी रहीं।
आंनदबिहार-पटना स्पेशल ट्रेन का इंजन देर रात 11 बजकर 40 मिनट बजे तकनीकी खामियों के चलते रसूलाबाद-सतनरैनी स्टेशन के मध्य फेल हो गया। स्टेशन मास्टर दिलीप कुमार द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही सिग्नल, इलेक्ट्रीशियन, रेलपथ, यातायात आदि विभागों के अफसर मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया।
कर्मियों ने इंजन हटाने के लिए ओएचई लाइन काट दी जिससे अपडाउन ट्रैक पूरी तरह से ठप हो गया। रेलवे कर्मी आउटर पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन ड्राइव कर मौके पर लेकर गए और आनंदबिहार-पटना स्पेशल ट्रेन का इंजन हटाकर आउटर पर खड़ा किया।
मालगाड़ी का इंजन खड़ी ट्रेन में लगाया गया। जिससे रात दो बजे के बाद हावड़ा-दिल्ली मार्ग बहाल हो सका। इस बीच एसी व स्लीपर कोच में सवार यात्री ट्रेन से उतरकर इधर उधर टहलते रहे और पल-पल की सूचना जरिए मोबाइल स्वजन को देते रहे। इस बाबत ट्रेनों रेलवे अफसर कुछ भी बताने में अनभिज्ञता जताते रहे।
राजधानी समेत 12 ट्रेनों के पहिए थमे
दो राजधानी एक्सप्रेस समेत संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस, अमृत भारत एक्सप्रेस, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-कोटा सुपरफास्ट, लिच्छवी, मथुरा एक्सप्रेस, अजमेर सियालदा एक्सप्रेस, मगध ट्रेन आदि दर्जन भर ट्रेनें रोक दी गई। जिससे स्लीपर व एसी कोच में सवार यात्री परेशान रहे।
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