Changur Baba: छांगुर के संपर्क में रहे रियाज के घर पहुंची एटीएस, पड़ोसियों से भी पूछताछ की
लखनऊ एटीएस ने फतेहपुर के बिंदकी में मतांतरण रैकेट के सरगना छांगुर बाबा से जुड़े परिवार की तलाश की। टीम को रियाज अंसारी और उसका परिवार नहीं मिला। एटीएस ने उन्हें आत्मसमर्पण करने का संदेश दिया है। मेराज अंसारी रियाज का बेटा एआईएमआईएम का जिलाध्यक्ष था जिसने एक हिंदू महिला से शादी की और बाद में उसकी हत्या कर दी गई।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। मतांतरण का रैकेट चलाने वाले बलरामपुर के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा के संपर्क मेंं आए बिंदकी के एक परिवार की तलाश में एटीएस लखनऊ की टीम सोमवार को बिंदकी आई। हालांकि टीम को परिवार का कोई सदस्य मौके पर नहीं मिला।
करीब पौन घंटे की गहन छानबीन के बाद टीम वापस लौट गई। एटीएस ने पड़ोसियों के माध्यम से रियाज व उसके परिवार को संदेश दिया कि वह, उसकी पत्नी तीन पुत्र आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो फिर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
बिंदकी नगर के रहने वाले रियाज अंसारी का पुत्र मेराज अंसारी ने एआइएमआइएम (आल इंडिया मजरिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन) की फतेहपुर की युवा इकाई का जिलाध्यक्ष था। वर्ष 2024 में मेराज रुद्र शर्मा बनकर औरैया में एक हिंदू महिला से शादी कर ली थी।
शादी से पहले उसे झ बाबा से मिलवाया और शादी के बाद जबरन उसे इस्लाम कबूल कराया गया। इसके बाद महिला को बिंदकी घर ले आया, यहां किसी तरह से मतांतरण की शिकार महिला अपने घर वापस औरैया चली गई।
इसके बाद चार सितंबर को मेराज जब वहां पहुंचा तो उसके सास-ससुर ने उसकी हत्या कर दी थी। छांगुर बाबा के मतांतरण का मामला प्रकाश में आने के बाद महिला ने झांगुर बाबा से दिवंगत मेराज अंसारी के परिवार के संबंध होने का राजफाश किया था।
इस मामले में सोमवार को एटीएस लखनऊ की टीम बिंदकी आई। यहां पर दिवंगत मेराज अंसारी के रियाज अंसारी, उसकी मां, भाई हंजला, अनस व शीबू को लेकर पूछताछ की। एटीएस के साथ मतांतरण का शिकार महिला भी आई थी, जो एटीएस के अधिकारियों को घर ले गई।
यहां पर करीब 45 मिनट तक अधिकारियों ने मोहल्ले के लोगों से परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल करते है। इसके बाद रियाज के लिए संदेश दिया कि पत्नी व पुत्रों सहित आत्मसमर्पण कर दें, नहीं आगे की कार्रवाई होगी।
एटीएस के अधिकारियों की जांच के दौरान सभासद शाहिद अंसारी सहित मोहल्ले के लोग मौजूद रहे। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी वृंदावन राय ने बताया कि एटीएस के आने की कोई जानकारी नहीं है।
दो दिन पहले देखा गया परिवार
रियाज को एटीएस के आने की भनक लग गई या फिर अन्य कारण रहा दो दिन पहले ही परिवार मोहल्ले से गायब हुआ। एटीएस के पड़ोस के लोगों ने बताया कि दो दिन पहले तक परिवार के सभी सदस्य घर में देखे गये।
रियाज कस्बे में पतंग की दुकान चलाता है जबकि इसके लड़के पुट्टी लगाने का कार्य करते हैं। एटीएस के सदस्य रियाज जहां पर पतंग की दुकान लगाता है वहां पहुंच कर भी जानकारी हासिल किया।
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