गणितीय ज्ञान, परीक्षार्थी का बढ़ाए मान
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : गणित विषय में सही सटीक उत्तर पर पूरे अंक मिलते हैं। कटिंग और गलत सूत्र के
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : गणित विषय में सही सटीक उत्तर पर पूरे अंक मिलते हैं। कटिंग और गलत सूत्र के प्रयोग से अंक नहीं प्राप्त किए जा सकते हैं। गणित ऐसा विषय है जिसे नियमबद्ध तरीके से ही हल करके उत्तर दिए जा सकते हैं। सदाशिव इंटर कॉलेज के गणित शिक्षक अर्पित शर्मा कहते हैं कि परीक्षा में समय कम बचा है। पाठ्यक्रम का जो अंश तैयार है। उसे दोहराने में समय लगाएं। ज्यादा पाने के चक्कर में सब कुछ न भूल जाएं। इसे मस्तिष्क पटल में रखें। टिप्स देते हुए कहा कि त्रिकोणमिति और ज्यामिति के साथ थोड़ी से अन्य पाठ्यक्रम की तैयारी प्रथम श्रेणी दिला सकती है। गणित के सूत्र और उन्हें प्रयोग करने का गणितीय ज्ञान परीक्षा में सहायक साबित होता है।
1. प्रश्नपत्र का स्वरूप : हाई स्कूल के गणित विषय की परीक्षा एक प्रश्नपत्र वाली होगी। जिसके कुल 100 अंक निर्धारित हैं। जिसमें 30 अंक टेस्ट प्रोजेक्ट के होंगे। 70 अंकों की लिखित परीक्षा होगी। पाठ्यक्रम विभाजन बीज गणित 12 अंक, 6 अंक कराधान, 8 अंक सांख्यिकी, 14 अंक त्रिकोणमिति, 16 अंक ज्यामिति, 8 अंक निर्देशांक ज्यामिति, 8 अंक मेंशुरेशन में विभक्त हैं।
2. प्रश्नपत्र हल करते समय इनका रहे ध्यान : प्रश्नपत्र पढ़ने के पश्चात ही लिखना शुरू करें। यह जानें कि कितने खंड हैं। किस खंड में कितने उत्तर देने हैं। कौन सा प्रश्न आ रहा है। क्रमवार उत्तर देना ज्यादा बेहतर होता है। जो प्रश्न बेहतर आ रहा हो उसका उत्तर पहले दें। प्रश्न संख्या खंड सहित लिखें। बहु विकल्पीय प्रश्नों का केवल उत्तर लिखें। क्रिया पदों को स्पष्ट लिखें। चित्रों को सुस्पष्ट एवं रेखांकित करें। रफ कार्य बाएं पेज में करें। बाद में उसे काटकर रफ कार्य लिखें। स्केच पेन से हेडिंग डालें।
3. तैयारी कैसे करें : बोर्ड परीक्षा के पाठ्यक्रम की तैयारी अन साल्व पेपर से करें। उन्हें घर में बैठकर हल करें। जहां पर दिक्कत आए शिक्षक से मिलकर हल करें। अनावश्यक मेहनत करने से बचें। तैयारी में आत्म विश्वास के साथ भाग लें। घबराने से परीक्षा खराब हो सकती है।
4. इसका भी रखें ध्यान : गणित विषय के प्रश्नपत्र में कटिंग नहीं होनी चाहिए। सूत्र कंठस्थ करके सही उत्तर दिए जा सकते हैं। समय का विभाजन अवश्य करें। एक प्रश्न के चक्कर में सभी प्रश्नों को खराब नहीं करना चाहिए। एक दिन पूर्व ही प्रवेश पत्र, नामांकन पत्र, पेन, स्केच, पेंसिल एक पारदर्शी बैग में रखे लें। परीक्षा केंद्र कम से कम 30 मिनट पूर्व अवश्य पहुंच जाएं। एक दिन पूर्व ही केंद्र तथा आवागमन का रास्ता देख लिया जाए।