57 लाख की वसूली ठंडे बस्ते में, डीआइओए से कालेज तक की मिलीभगत
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद

57 लाख की वसूली ठंडे बस्ते में, डीआइओए से कालेज तक की मिलीभगत
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : उच्च न्यायालय से बर्खास्तगी का आदेश छिपाकर शिक्षक का छह साल तक वेतन निकलता रहा। पेंशन पत्रावली बनाने के समय मामला सामने आया तो पता चला 57 लाख से अधिक का अनियमित भुगतान हो चुका है। करीब एक माह बाद भी मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से लेकर कालेज प्रशासन तक एक-दूसरे के पाले में गेंद डालकर बचने में लगे हैं। आरोपित शिक्षक को अभी तक अनियमित वेतन की वसूली का नोटिस तक जारी नहीं हुआ है। हद तो यह है कि कोतवाली फतेहगढ़ ने तहरीर दिए जाने के बावजूद अभी एफआइआर तक दर्ज नहीं की है।
करीब एक माह पहले म्युनिस्पल इंटर कालेज के रिटायर्ड सहायक अध्यापक सत्यप्रकाश पांडेय द्वारा उच्च न्यायालय से बर्खास्तगी का आदेश छिपाकर छह वर्ष तक वेतन लेने का मामला खुलने पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने वेतन रिकवरी करने व रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश विद्यालय प्रशासन को दिए थे। विद्यालय प्रशासन ने रिटायर्ड सहायक अध्यापक के खिलाफ फतेहगढ़ कोतवाली में तहरीर दी थी, लेकिन अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। प्रबंधक द्वारा रिटायर्ड शिक्षक के अवशेष भुगतान से वसूली करने व पूर्ति न होने पर आरसी आदि की कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। प्रधानाचार्य गिरिजाशंकर ने बताया कि रिटायर्ड शिक्षक से लगभग 57 लाख से ज्यादा वेतन रिकवरी होना है। उनके जीपीएफ खाता संख्या 109-46ए भुगतान के लिए करीब 22.81 लाख की धनराशि अवशेष है। उन्होंने इसका पत्र भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भेज दिया है, अवशेष धनराशि से वेतन रिकवरी की कार्रवाई कार्यालय से ही लंबित पड़ी है। वेतन रिकवरी का नोटिस वह जारी नहीं कर सकते हैं। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक डा. आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि वेतन रिकवरी व रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए उन्होंने प्रबंधक को पत्र भेजा है। साथ ही इस मामले की आख्या संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) कानपुर मंडल को भेज दी गई है। फिलहाल एक-दूसरे के पाले में गेंद डाले जाने के चलते मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी जेपी पाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद एफआइआर दर्ज की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।