Nisha Suicide Case: दीपक से परेशान हाेकर निशा ने खुद को लगाई थी आग, फेसबुक के जरिए हुई थी दोनों की मुलाकात
फर्रुखाबाद पुलिस ने निशा की आत्महत्या का खुलासा किया। आरोपी दीपक निशा पर साथ रहने का दबाव बना रहा था। निशा ने तंग आकर पेट्रोल डालकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला कि निशा और उसके पति के रिश्ते ठीक नहीं थे। निशा ने खुद पेट्रोल खरीदा था और आत्महत्या की थी।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। पुलिस ने बुधवार को निशा की मौत के प्रकरण का राजफाश कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित दीपक निशा पर साथ रहने का दबाव बना रहा था। इसी से परेशान होकर निशा ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर खुदकुशी की थी। इस घटना में आरोपित का चालान कर दिया गया।
गांव झिझुकी निवासी शिक्षा मित्र बलराम सिंह राठौर की 33 वर्षीय पुत्री निशा छह सितंबर को आग से झुलस गई थी। उसी दिन उसकी आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में मृत्यु हो गई थी। सात सितंबर को पिता बलराम सिंह ने गांव नगला जैतपुर (कछियन नगला) निवासी दीपक चौहान और उसके पांच अज्ञात साथियों के खिलाफ पुत्री को पेट्रोल डालकर जलाकर मार डालने का मुकदमा दर्ज कराया था।
बुधवार को घटना का राजफाश करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक डा. संजय कुमार ने बताया कि थानाध्यक्ष राजेश राय, एसओजी प्रभारी सचिन सिंह चौधरी और सर्विलांस सेल प्रभारी संतकुमार ने मुख्य आरोपित दीपक सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
जांच में सामने आया कि दीपक निशा पर साथ में रहने का दबाव बना रहा था, जिसके लिए निशा तैयार नहीं थी। छह सितंबर को दीपक ने निशा पर साथ में रहने का दबाव बनाया। निशा उसके घर गई और साथ में रहने से मना कर दिया, लेकिन दीपक साथ में रहने का दबाव बनाता रहा।
इसी से क्षुब्ध होकर निशा ने आरोपित के गांव से आठ सौ मीटर दूर खेत पर जाकर पेट्रोल छिड़क कर स्वयं आग लगा ली थी। दीपक ने अपने कपड़े निशा को पहना दिए थे। उसके बाद निशा स्वयं स्कूटी चलाकर अस्पताल चली गई थी। निशा के जाने के बाद दीपक ने अपने चचेरे भाई से कपड़े मंगवाए और मौके से भाग गया था।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निशा अपने पति व बच्चों को छोड़ना नहीं चाहती थी। उन्होंने बताया कि मुकदमे से गैर इरादतन हत्या की धारा हटाकर खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा में दीपक सिंह चौहान का बुधवार को चालान किया गया। इस दौरान मोहम्मदाबाद क्षेत्राधिकारी अजय वर्मा मौजूद रहे।
चार वर्ष पहले फेसबुक से शुरू हुई थी बात
पूछताछ में दीपक ने पुलिस को बताया कि फेसबुक के जरिए चार वर्ष पूर्व निशा से बात हुई थी। बातचीत के दौरान उसे जानकारी हुई कि निशा का मायका उसके घर से पांच किलोमीटर की दूरी पर है। वर्ष 2023 से उसकी वॉट्सएप और साधारण काल से बातचीत होने लगी थी। उसने निशा को फतेहगढ़ के मुहल्ला नेकपुर चौरासी में वर्ष 2025 में किराए पर मकान दिलवाया था।
निशा के पति अमित सिंह चौहान दिल्ली में रहकर नौकरी करते हैं। निशा और उसके पति के बीच रिश्ता अच्छा नहीं था। कभी कभार उसकी व निशा की मुलाकात होती थी। छह सितंबर की सुबह 11 बजे निशा से वॉट्सएप कॉल से बात हुई।
निशा ने कहा कि उसका पति से झगड़ा हुआ है। वह अब पति के साथ रहना नहीं चाहती है। वह गांव जैतपुर आ रही है। उसने निशा को बताया कि वह खेत पर है। 11:25 बजे निशा ने उसके घर का फोटो वॉट्सएप पर डालकर कहा कि वह घर पर आ गई है। अब अपनी पत्नी व बच्चों को घर से निकाल दो। वह उसके साथ में ही रहेगी।
इस पर वह घबरा गया। उसने निशा से बात करने को कहा। तभी उसके गांव के बाहर निशा ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली थी। निशा सिंह ने स्वयं उसे वाट्सएप काल पर आग लगाने की जानकारी दी थी। जब वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि निशा के कपड़े जल गए थे। उसने अपनी टीशर्ट और हाफ लोअर उतारकर उसे दे दिया। उसके बाद निशा खुद स्कूटी चलाकर अस्पताल चली गई। उससे कहा कि वह उसके साथ न आए। अन्यथा वह फंस जाएगा। जिस पर वह घटनास्थल से चला गया।
निशा ने खरीदा था पेट्रोल
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि निशा ने राजपूताना चौकी के पास एक पेट्रोल पंप से दो लीटर की एक प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल लिया था। निशा ने स्कूटी की सीट के नीचे पेट्रोल से भरी बोतल रख दी थी। इसके अलावा निशा ने 35 रुपये के आनलाइन ट्रांजेक्शन से दो लीटर की पानी की बाेतल और एक माचिस का पैकेट खरीदा था। निशा ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर खुदकुशी की है। इसके पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं।
चेहरा छिपाता रहा दीपक
पुलिस ने पत्रकार वार्ता के दौरान दीपक सिंह चौहान को पेश किया तो वह अपना चेहरा छिपाता रहा। थाने में जब उसकी फोटो की गई तो वहां पर भी वह अपना चेहरा छिपाए रहा।
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