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Farrukhabad Mahotsav: कला और संस्कृति के संगम में स्थानीय कलाकारों को मिला मंच, पर्यटन विवरणिका का भी विमोचन

Farrukhabad Mahotsav तीन दिवसीय कला साहित्य और संस्कृति के अद्भुत संगम में स्थानीय कलाकारों को मंच मिला वहीं पर्यटन विवरणिका का भी विमोचन किया गया। महोत्सव में नमकीन मिठाई गुड़ पापड़ी आदि प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टाल भी लगाए गए।

By Jagran NewsEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANPublished: Tue, 28 Mar 2023 04:03 PM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2023 04:03 PM (IST)
Farrukhabad Mahotsav: कला और संस्कृति के संगम में स्थानीय कलाकारों को मिला मंच, पर्यटन विवरणिका का भी विमोचन
Farrukhabad Mahotsav: कला और संस्कृति के संगम में स्थानीय कलाकारों को मिला मंच, पर्यटन विवरणिका का भी विमोचन : जागरण

फर्रुखाबाद, जेएनएन: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के तत्वावधान में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद् द्वारा तीन दिवसीय फर्रुखाबाद महोत्सव क्रिश्नयन कॉलेज मैदान पर 24 से 26 मार्च तक आयोजित हुआ। फर्रूखाबाद का तबला, सितार, बांसुरी, कत्थक, बृज की होली, स्थानीय कलाकारों बच्चों की प्रतिभाओं का नृत्य गायन आदि का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया।

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जिले की कला, साहित्य और संस्कृति के अनूठे संगम के उत्सव का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय तथा जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, विधायक सुशील शाक्य, मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, डॉ. सुरभि, भाजपा जिलाध्यक्ष रुपेश गुप्ता, जिलाधिकारी संजय कुमार, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति आदि ने दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात छात्राओं ने स्वागत वंदना प्रस्तुत करते हुए अतिथिओं का स्वागत किया।

फर्रुखाबाद महोत्सव में जिले की विरासत का संगम देख प्रभारी मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए स्थानीय कलाकारों का सम्मान किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब स्थानीय कलाकारों को इस मंच से सम्मान मिलेगा तो सभी लोग उनका आदर करेंगे। यह मंच वह स्थान है, जहां से लोगों को अपनी तरक्की के रास्ते मिलते हैं। उन्होंने महोत्सव में लगे स्टालों पर जाकर स्थानीय निर्मित नमकीन, मिठाई, गुड़ आदि का स्वाद लिया।

फर्रुखाबाद पर्यटन विवरणिका का विमोचन

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि जितने भी भगवान व महापुरुष हुए हैं, उनमें अधिकांश प्रदेश की धरती पर हुए। फर्रुखाबाद भी ऐतिहासिक विरासत की धरोहर है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति सेना के जवानों में ही नहीं, देश के लोगों में भी है। इसके अलावा फर्रुखाबाद पर्यटन की विवरणिका का विमोचन किया गया। इस दौरान सभी अतिथियों का महोत्सव आयोजन समिति की ओर से सम्मान किया गया।

नाटक: 'कलारी' से दिया नशामुक्ति का संदेश

फर्रुखाबाद महोत्सव में ‘कलारी’ नाटक के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश दिया गया। नक्श थिएटर के कलाकारों द्वारा जीवंत अभिनय देख लोग भावुक हो गए।

नाटक का मुख्य पात्र शमशेर नशे में पत्नी बिंदिया का उत्पीड़न करता है। एक दिन अधिक शराब पीने से शमशेर की मौत हो जाती है। पति का उत्पीड़न सहने वाली बिंदिया रोते हुए जनता से नशा न करने की अपील करती है। शराब के नशे से बर्बाद होते परिवार की करुण कथा देख दर्शकों की आखें नम हो गईं।

तेज हवा और वर्षा से महोत्सव का टेंट हुआ धराशाई

तेज हवा और वर्षा के चलते तड़के महोत्सव का पंडाल पूरी तरह उखड़ गया। मंच पर लगी एलईडी व साउंड सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गया। मैदान में की गई लाइटिंग की व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई, जिससे अंधेरा छा गया। दूसरे दिन टेंट की मरम्मत शुरू कराई गई। दोपहर बाद व्यवस्था पटरी पर आ सकी।

इतिहास एवं पर्यटन संगोष्ठी: इतिहास और शोध-कार्यो को एक अलमारी में संजोया जाए

फर्रुखाबाद महोत्सव के दूसरे दिन पांचाल शोध एवं विकास समिति की ओर से इतिहास एवं पर्यटन संगोष्ठी आयोजित किया हुई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय श्रीहर्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव तथा विशिष्ट अतिथि दिलीप कुमार दुबे रहे।

मुख्य अतिथि संजय श्रीहर्श ने कहा कि जिले मे अब तक जितनी भी इतिहास की किताबें लिखी गई या शोध कार्य लिए गए उनको एक अलमारी में संकलित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा हमे अपने आप को जानने तब ही कुछ करने की इच्छा जागृत होगी।

आरएसएस के प्रांत कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव ने कहा इतिहास को जानना चाहिए। पाठ्य पुस्तको में भी क्षेत्रीय इतिहास को जोड़ा जाए इसके लिए प्रदेश व केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। दिलीप कुमार दुबे ने क्षेत्र के प्राचीन इतिहास और भूगोल की विस्तृत रूप मे जानकारी देते हुए कहा कि इस क्षेत्र को स्वर्गद्वारी कहा जाता है। इसका कारण यह है कि कैलाश पर्वत की यात्रा शुभारंभ इसी स्थान पर गंगा स्नान के बाद प्रारंभ होता है।

सांसद मुकेश राजपूत, सुरेन्द्र सिंह सोमवंशी, भानु प्रकाश मिश्र, डी. एस. राठौर, अनिल सिंह, ब्रजभूषण सिंह, सुरेन्द्र पांडेय, भूपेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. चित्रगुप्त श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

साहित्य समागम: स्थानीय युवा कवियों को मिला स्थान

फर्रुखाबाद महोत्सव के मंच पर हुए साहित्य समागम कार्यक्रम में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं की प्रस्तुति दी तो श्रोता देर रात तक काव्य रस की धारा में डुबकी लगाते रहे। कार्यक्रम संचालक प्रख्यात कवि डा. शिवओम अंबर ने ‘बिना राम के आदर्शों का चर्मोत्कर्ष कहां है, बिना राम के इस भारत में भारतवर्ष कहां है पंक्तियां पढ़कर खूब वाहवाही ली।

कवि सम्मेलन प्रिया श्रीवास्तव दिव्यम ने ‘हर तमन्ना जवान हो जाए, जब कोई मेहरबान हो जाए। रंग ऐसा चढ़े मुहब्बत का, खूबसूरत जहान हो जाए’ रचना से लोगों की तालियां बटोरीं। बाराबंकी के प्रसिद्ध गीतकार प्रियांशु गजेंद्र ने ‘जैसे तैसे उमर बिता ली मैने तेरे प्यार में, रात-रात भर तुझको गाया सुबह छपे अखबार में’ रचना पढ़ी। मैनपुरी के मनोज चौहान ने ‘आजादी के हवन कुंड में आहूति दे दी प्राणों की। अर्जुन जैसा वीर कि चिंता जिसे नहीं थी वाणों की’ रचना सुनाकर लोगों में जोश भरा।

कानपुर से आए कवि डा. सुरेश अवस्थी ने ‘जैसे हो वैसे दिखो, पहनो नहीं नकाब, कांटों के भी घर मिलें, बनकर खिलो गुलाब’ रचना से तालियां बटोरीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता गीतकार पवन बाथम ने की। उत्कर्ष अग्निहोत्री, वैभव सोमवंशी, विशाल श्रीवास्तव, निमिष टंडन, स्मृति अग्रिहोत्री, दिलीप कश्यप कलमकार ने भी काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

ऐसा रहा महोत्सव का अंतिम दिन

फर्रुखाबाद महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन युवा महोत्सव, महिला सशक्तिकरण संगोष्ठी, कृषि संगोष्ठी, सड़क सुरक्षा संगोष्ठी, आल्हा गायन एवं फाग गायन, एक शाम शहीदों के नाम आदि कार्यक्रम आयोजित हुए।

महिला सशक्तिकरण संगोष्ठी में महिलाओं की हर क्षेत्र में सहभागिता सुनिश्चित करने पर विचार किया गया। इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।

कृषि संगोष्ठी में ईट राइट मिलेट मेला के अंतर्गत ज्वार, बाजरा आदि आदि को नियमित खाद्य के रूप में शामिल करने का संदेश दिया गया। साथ ही अनाजों के पोषक तत्वों की जानकारी भी दी गई। इसमें अलावा ऑर्गेनिक फार्मिंग को भी प्रमोट किया गया।

सड़क सुरक्षा संगोष्ठी में परिवहन अधिकारी द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

आल्हा एवं फाग गायन कार्यक्रम में सबसे पहले बलराम यादव एंड पार्टी तथा मुन्नालाल राठौर एंड पार्टी ने आल्हा, फाग एवं लोक गीतों की प्रस्तुति दी।

महिला सशक्तिकरण संगोष्ठी, कृषि संगोष्ठी, सड़क सुरक्षा संगोष्ठी, आल्हा गायन एवं फाग गायन के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव मौजूद रहीं। अपने उद्बोधन में उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में महिलाएं हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।


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