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    वक्फ की जमीन पर बना दिया लॉ कॉलेज

    जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद फर्जी वसीयत के आधार पर वक्फ की जिस संपत्ति को हड़पने में डीए

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 31 Aug 2020 10:19 PM (IST)
    वक्फ की जमीन पर बना दिया लॉ कॉलेज

    जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : फर्जी वसीयत के आधार पर वक्फ की जिस संपत्ति को हड़पने में डीएम मानवेंद्र सिंह ने सपा नेता व पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत को रविवार को भूमाफिया घोषित किया गया था, उस जमीन पर उनके पति का लॉ कॉलेज भी संचालित है। डीएम के आदेश के बावजूद अभी तक पूर्व विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं हो सकी है।

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    सर्वोदय नगर निवासी नाहर सिंह की ओर से दिए शिकायती पत्र की जांच के बाद डीएम ने भाजपा से दो बार विधायक रहीं और वर्तमान में सपा नेता उर्मिला राजपूत को रविवार को भूमाफिया घोषित किया था। जांच में पाया गया था कि शहर की सीमा पर स्थित ग्राम नूरपुर स्थित वक्फ नवाब मेंहदी अली की 3.65 एकड़ भूमि को अवैध और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर हथिया लिया। चकबंदी के दौरान आकार पत्र-45 के अभिलेखों में हेराफेरी कर वक्फ नवाब मेंहदी अली का नाम हटाकर नवाब सफदर अली दर्ज कर दिया गया। तत्कालीन तहसीलदार सदर ने एक गैरपंजीकृत वसीयत के आधार पर विवादित भूमि को सफदर सुल्तान के नाम से खारिज कर अजादार जैदी के नाम दर्ज कर दिया। अजादार जैदी की मृत्यु से ठीक एक दिन पूर्व की तिथि में एक संदिग्ध अपंजीकृत वसीयत के आधार पर भूमि को उर्मिला राजपूत के नाम दर्ज कर दिया गया। डीएम ने कूटरचित अभिलेखों को निरस्त करते हुए हथियाई गई लगभग 3.30 करोड़ कीमत की भूमि को दोबारा वक्फ संपत्ति दर्ज किए जाने के अलावा पूर्व विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए थे।

    वक्फ संपत्ति अपने नाम कराने के बाद इसके एक भाग का बैनामा पति के नाम कर दिया। इसी पर डॉ. रामकृष्ण राजपूत लॉ कॉलेज नूरपुर संचालित है। भूमि दोबारा वक्फ संपत्ति में दर्ज होने से अब लॉ-कॉलेज की मान्यता भी खतरे में है। वहीं कुछ जमीन पर प्लॉटिग भी की गई है।

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    कई सफेदपोश बन सकते भूमाफिया

    डीएम की ओर से गठित वरिष्ठ अधिकारियों की समिति की जांच में अभी कई सफेदपोश और भूमाफिया की श्रेणी में आ सकते हैं। पूर्व विधायक की ही तरह एक अन्य वसीयत से कुछ अन्य वक्फ संपत्ति के भी बैनामे हुए। डीएम ने बताया कि मामले में दोषी अफसरों व कर्मचारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा।