फर्रुखाबाद पांचालघाट पर बनी मजार, विवाद शुरू होने से पहले एसडीएम के आदेश पर जमींदोज
फर्रुखाबाद के पांचालघाट पर PWD की जमीन पर बनी एक मजार को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। विश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर एसडीएम और सीओ सिटी ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि मजार का निर्माण सरकारी जमीन पर किया गया था जो कि अवैध है। VHP कार्यकर्ताओं ने भी मजार को हटाने की मांग की थी।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद (Farrukhabad) में पांचालघाट पर पीडब्ल्यूडी की जमीन पर एक मजार का निर्माण हाल ही में करा लिया गया। उससे जुड़े लोगों का कहना था कि मजार पुरानी है। उसकी मरम्मत कराकर टायल लगवाए गए हैं। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की। रविवार दोपहर एसडीएम व सीओ सिटी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। राजस्व कर्मियों से भूमि की नापजोख कराई गई। इसके बाद बैकहो लोडर से मजार को तुड़वाकर मलबा हटा दिया गया। इस दौरान विहिप पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
थाना कादरीगेट क्षेत्र में पांचालघाट पुल के पास पीडब्ल्यूडी की गोदाम है। कुछ दूरी पर ही ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर की ओर से पार्क विकसित किया गया है। गोदाम परिसर में ही एक मजार बना ली गई थी। दोपहर को एसडीएम सदर रजनीकांत पांडेय, सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय, थाना प्रभारी चंद्रिका प्रसाद, पांचालघाट चौकी प्रभारी मोहित मिश्रा फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे।
लेखपाल गौरव अग्निहोत्री ने नापजोख कर बताया कि भूमि पीडब्ल्यूडी की है। सोता बहादुरपुर की ग्राम प्रधान तमन्ना के पति नसरुद्दीन ने अधिकारियों को बताया कि मजार काफी पुरानी है। कुछ दिन पहले गांव के ही निवासी मुस्लिम युवक भोला ने मजार की मरम्मत करवाकर टायल लगवा दिए थे। एसडीएम ने ग्राम प्रधान के पति को निर्देश दिया कि वह हाल ही में लगवाए गए टायल तुड़वा दें। प्रधान पति ने टायल तुड़वाने का काम शुरू कराया।
इसी बीच बजरंग दल के विभाग संयोजक अभिषेक, जिला सह संयोजक रोहन मिश्रा, प्रखंड संयोजक अभय शुक्ला, दुर्गा वाहिनी की विधि सिंह, विहिप के जिला मंत्री अखिलेश मिश्रा, नगर मंत्री सिद्धांत आदि कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी भूमि पर मजार हाल ही में बना ली गई है जो गलत है, इसे हटाया जाना चाहिए। कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले यहां ईंट-पत्थर पड़े थे। धीरे-धीरे इसे मजार की शक्ल दे दी गई।
एसडीएम के आदेश पर नगर पालिका का बैकहो लोडर मंगवाकर मजार तुड़वाकर मलबा हटा दिया गया। एसडीएम रजनीकांत पांडेय ने बताया कि भूमि पीडब्ल्यूडी की है। विभाग का चौकीदार भी रहता है। उन्हें अपनी जमीन की सुरक्षा करनी चाहिए, सरकारी भूमि पर कोई निर्माण नहीं हो सकता। जिन लोगों ने इस पर निर्माण किया है, उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।
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