फर्रुखाबाद धमाके का 'आतंकी कनेक्शन'! घटनास्थल से 500 मीटर दूर है सेंट्रल जेल, ATS ने शुरू की जांच
फर्रुखाबाद में कोचिंग सेंटर के बाहर हुए धमाके के बाद आतंकी कनेक्शन की आशंका जताई जा रही है। एटीएस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और घायल बच्चों से पूछताछ की। घटनास्थल फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से 500 मीटर दूर है जहाँ कई खूंखार कैदी और मौलाना तौकीर रजा भी बंद हैं। एटीएस मामले की गहनता से जाँच कर रही है।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। कोचिंग सेंटर के बाहर हुए धमाके की घटना का आतंकी कनेक्शन होने की भी शंका जताई जा रही है। घटनास्थल से सेंट्रल जेल की दीवार की दूरी करीब 500 मीटर दूरी पर ही है। यहां कई खूंखार कैदियों के अलावा बरेली दंगे का आरोपित मौलाना तौकीर रजा भी बंद है।
देर शाम लखनऊ से एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) की तीन सदस्यीय टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया। उसके बाद टीम ने डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती घायल बच्चों से भी पूछताछ कर उनकी वीडियोग्राफी भी की।
शनिवार देर शाम करीब 8 बजे लखनऊ से एटीएस के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार तिवारी की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंची। वहां घटनास्थल का जायजा लेकर टीम स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंची।
वहां भर्ती सभी घायल छात्रों से घटना के संबंध में पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने बच्चों के बयानों के वीडियो भी बनाए। टीम वहां से दोबारा घटनास्थल पर गई और आसपास के लोगों से पूछताछ करने की कोशिश की। इस हादसे में दो युवकों की जान चली गई।
जिस स्थान पर यह घटना हुई है, वह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से लगभग 500 मीटर दूरी पर है। इसी सेंट्रल जेल में कई खूंखार कैदियों के अलावा विगत शनिवार से बरेली में हुए बवाल के आरोपित मौलाना तौकीर रजा को भी यहां बंद किया गया है।
घटना की जांच के लिए डीएम ने गठित की समिति
सातनपुर मंडी रोड पर स्थित एक तीन मंजिला भवन में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत की घटना की जांच के लिए जिलाधिकारी ने चार सदस्यीय समिति गठित कर दी है। भवन के मानचित्र आदि के बारे में भी जांच की जाएगी।
घटना के संबंध में विभिन्न पहलुओं की जांच के लिए अधिकारियों की एक समिति जिलाधिकारी ने गठित कर दी गई है। इसमें नगर मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी के अलावा मुख्य अग्निशमन अधिकारी व स्थानीय अभिसूचना इकाई के इंस्पेक्टर को भी शामिल किया गया है।
नगर मजिस्ट्रेट संजय बंसल ने बताया कि मौके पर एक बेसमेंट के अलावा दो मंजिला भवन के निर्माण से संबंधित मानचित्र को भी दिखवाया जाएगा। यदि कोई अनियमितता मिली तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया सेप्टिक टैंक में मीथेन गैस से धमाके की आशंका है। टैंक में समुचित गैस निकासी व्यवस्था न होने से दुर्घटना हो सकती है।
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