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    फर्रुखाबाद के 117 ग्राम पंचायतों में बनेगी डिजिटल लाइब्रेरी, प्रत्येक के लिए 3.80 लाख का बजट जारी

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 05:44 PM (IST)

    फर्रुखाबाद जिले की 117 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए सरकार ने बजट जारी कर दिया है। प्रत्येक पंचायत को 3.80 लाख रुपये मिलेंगे, जिससे कंप्यूटर, फर्नीचर और किताबें खरीदी जाएंगी। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण छात्रों को ई-बुक और डिजिटल सामग्री उपलब्ध कराना है। पंचायत सहायक को संचालन की जिम्मेदारी दी गई है, और जल्द ही लाइब्रेरी शुरू होने की उम्मीद है।

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    जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। लंबे इंतजार के बाद ग्रामीण छात्रों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी योजना अब आगे बढ़ गई है। शासन ने योजना के तहत चयनित जिले की 117 ग्राम पंचायतों के लिए बजट जारी कर दिया है। हर पंचायत को 3.80 लाख रुपये मिलेंगे। यह योजना विगत सात माह से बजट के अभाव में रुकी हुई थी।

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    पंचायतों में लाइब्रेरी तैयार करने के लिए न केवल बजट जारी कर दिया गया है, बल्कि तय खर्च भी स्पष्ट कर दिया गया है। इसमें 1.30 लाख रुपये में कंप्यूटर खरीदे जाएंगे और 70 हजार रुपये फर्नीचर पर खर्च होंगे। किताबों के लिए बजट दो हिस्सों में बांटा गया है। पहले 90 हजार रुपये नेशनल बुक ट्रस्ट से पुस्तकें मंगाने में लगेंगे।

    इसके अलावा इतनी ही धनराशि से पुस्तकें स्तर से खरीदी जाएंगी। इसके अलावा बीस हजार रुपये का डिजिटल साहित्य शासन से बाद में भेजा जाएगा। योजना के पहले चरण में वे ग्राम पंचायतें शामिल हैं जहां पंचायत भवन में स्थान उपलब्ध है। डिजिटल लाइब्रेरी के संचालन व देखभाल की जिम्मेदारी पंचायत सहायक की होगी।

    जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश चौरसिया ने बताया कि बजट मिलते ही खरीद के आर्डर जारी कर दिए गए हैं। कंप्यूटर, रैक, टेबल-कुर्सियां और पुस्तकों की सूची संबंधित एजेंसियों को भेज दी गई है।

    उनके अनुसार जल्द ही सभी पंचायतों में सामग्री पहुंचना शुरू हो जाएगी। इसके बाद लाइब्रेरी संचालन की प्रक्रिया भी शुरू कराई जाएगी। लक्ष्य है कि जितनी जल्दी हो सके ग्रामीण छात्रों को ई-बुक, वीडियो लेक्चर और अन्य डिजिटल सामग्री उपलब्ध कराई जाए।

    परियोजना मद र राशि (रुपये में)
    कुल बजट (प्रति पंचायत) 3,80,000
    कंप्यूटर खरीद 1,30,000
    फर्नीचर 70,000
    एनबीटी से किताबें 90,000
    स्थानीय स्तर पर किताबें 90,000
    डिजिटल साहित्य (शासन से) 20,000