घरेलू बिजली कनेक्शन पर होता रहा हॉस्पिटल का निर्माण
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : हॉस्पिटल के निर्माण में नियम को ताक पर रखकर बिजली का घरे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : हॉस्पिटल के निर्माण में नियम को ताक पर रखकर बिजली का घरेलू कनेक्शन दे दिया। दो वर्ष बाद मामला पकड़ा गया तो विभागीय कार्रवाई शुरू हुई। मिलीभगत के चलते जांच के सात माह बाद मीटर उखाड़कर बिजली गुल कर दी गई। एक उपभोक्ता के जुर्माना जमा करने पर उसे अस्थाई कनेक्शन में परिवर्तित कर आपूर्ति शुरू कर दी गई, जबकि दूसरे निर्माणाधीन भवन की बिजली गुल है।
भवन निर्माण के लिए नियमानुसार बिजली विभाग से अस्थाई वाणिज्यिक कनेक्शन जारी किया जाता है। जिसका घरेलू कनेक्शन से बिल भी काफी अधिक होता है। विभागीय जिम्मेदार कहीं तो फाइल कार्यालय में जमा कर बिजली चोरी करा रहे है, तो कहीं नियम विरुद्ध स्थाई कनेक्शन देकर खेल कर रहे हैं। मई में ऐसे ही दो मामले पकड़े गए। शहर की आवास विकास कालोनी में पब्लिक स्कूल के निकट निजी हास्पिटल का भवन निर्माण चल रहा है। जिस पर क्षेत्रीय अवर अवर अभियंता ने साठगांठ के चलते पांच किलोवाट का घरेलू कनेक्शन दे दिया। जबकि कादरीगेट पर बन रहे निजी अस्पताल पर दो किलोवाट का घरेलू कनेक्शन दे दिया गया। मई में जांच हुई तो मामले पकड़े गए। अवर अभियंता राघवराम पांडेय ने बताया कि उनकी तैनाती से पूर्व वर्ष 2016 में दोनों कनेक्शन विभाग से जारी किए गए थे। उन्होंने दोनों मीटर उखड़वा लिए। डॉ. विपुल अग्रवाल के 50 हजार रुपये जुर्माना करने पर उनका कादरीगेट स्थित अस्पताल का कनेक्शन अस्थाई में परिवर्तित कर चालू कर दिया गया। जबकि आवास विकास स्थित डॉ. सर्वेश कनौजिया के निर्माणाधीन अस्पताल की बिजली गुल है।

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