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    UP Flood Alert: दो सालों का टूटा रिकॉर्ड तोड़, इस जिले में खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर गंगा का पानी

    अमृतपुर में गंगा और रामगंगा की बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सौ से अधिक गांव प्रभावित हैं और संपर्क मार्ग बाधित हैं। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोगों को भोजन और चारे की समस्या हो रही है और वे सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।

    By paras dubey Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 15 Aug 2025 09:51 PM (IST)
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    दो वर्ष का रिकार्ड तोड़ खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर गंगा का पानी

    संवाद सहयोगी, अमृतपुर। गंगा व रामगंगा की बाढ़ से एक सैकड़ा से अधिक गांव चपेट में आ गए हैं। संपर्क मार्गों पर तेज धार से पानी बहने से आवागमन बाधित हो गया है। राजेपुर कस्बा के मुख्य मार्ग पर डेढ़ फीट से अधिक पानी बहने से आवागमन बाधित है।

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    यदि जलस्तर और बढ़ा तो अमृतपुर क्षेत्र का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा। रात में हुई वर्षा से बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। घरेलू सामान व ईंधन भीग गया। जिससे कई पीड़ितों के चूल्हे ठंडे हो गए। गंगा की बाढ़ ने दो वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया है।

    गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 137.50 मीटर ऊंचाई पर पहुंच गया है। गंगा का खतरे का निशान 137.10 मीटर दर्ज है। गंगा खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई हैं। गुरुवार को केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नरौरा बांध से 1,86,672 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होगी।

    रामगंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान के करीब 137.00 मीटर ऊंचाई पर पहुंच गया है। रामगंगा का खतरे का निशान 137.10 मीटर दर्ज है। रामगंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर दूर रह गई है। खो, हरेली, रामनगर से रामगंगा में 57,821 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो शाम को बढ़कर 68,580 क्यूसेक हो गया है।

    जिससे रामगंगा के जलस्तर में वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। एक सैकड़ा से अधिक गांव गंगा व रामगंगा की बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। दौलतपुर संपर्क मार्ग पर ढाई फिट से अधिक पानी बह रहा है। ग्रामीण ट्रैक्टर से आवाजाही कर रहे हैं। बदायूं मार्ग पर स्थित चित्रकूट डिप पर चार फीट, राजेपुर डिप पर तीन फीट पानी तेज धार से पानी बहने से आवागमन बंद कर दिया गया है।

    अमृतपुर से वाहन राजेपुर कस्बा से डबरी होकर निकल रहे हैं। राजेपुर कस्बा में मार्ग पर डेढ़ फीट से अधिक पानी बहने लगा है। बाढ़ के पानी से लोग वाहन निकाल रहे हैं। बाढ़ के पानी से सड़क में गड्ढे बड़े हो गए हैं। यदि जलस्तर और बढ़ा तो अमृतपुर क्षेत्र के गांवों का संपर्क टूट जाएगा।

    अंबरपुर की मड़ैया के घरों में पानी भर जाने से ग्रामीण सड़क किनारे मोमिया के नीचे रह रहे हैं। शोभा अपनी पुत्री रिंकी को पूड़ी खिला रही थीं। वह बताती हैं कि रात में हुई वर्षा से घरेलू सामान व लकड़ी भीग गई। जिससे आज खाना नहीं बन सका। पूड़ी रखी थीं, वही बेटी को खिला दीं।

    गुड्डी देवी कहती हैं कि नीचे अहिलो पहिले से ही भरो अऊर ऊपर से पानी बरसि रहो। ग्रामीण मवेशियों के चारे के लिए दूर दूर तक भटक रहे हैं। गांव में पानी भरा होने से ग्रामीणों ने मवेशियों को सड़क के किनारे बांध रखे हैं। बाढ़ के पानी से परेशान ग्रामीण मवेशियों को हांक कर रिश्तेदारियों में जाने लगे हैं।

    गंगा का जलस्तर दो वर्ष पहले 22 अगस्त 2023 को खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचा था। अब गंगा दो वर्ष पहले का रिकार्ड तोड़कर खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है। तहसील परिसर में डेढ़ फीट से अधिक पानी भरा है। बिजली की आपूर्ति बंद होने से ग्रामीण रात अंधेरे व उमस भरी गर्मी में गुजार रहे हैं।