समिति गठन से बाबा वीरेंद्र देव की बढ़ेंगी मुश्किलें
पांच लाख रुपये के इनामी बाबा वीरेंद्र

समिति गठन से बाबा वीरेंद्र देव की बढ़ेंगी मुश्किलें
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद: पांच लाख रुपये के इनामी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ सीबीआइ ने रेड कार्नर नोटिस जारी कर इंटरपोल की मदद मांगी है, लेकिन पिछले कई वर्षों से बाबा का सुराग नहीं लग रहा है। उच्च न्यायालय की ओर से बाबा के आश्रमों में रह रही संवासनियों की जांच करने को समिति गठित होने की जानकारी मिलते ही बुधवार को शहर के मोहल्ला सिकत्तर बाग व कंपिल स्थित मुख्य आश्रम के बाहर सन्नाटा पसर गया।
जिले के कस्बा कंपिल निवासी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम देश-विदेश में हैं। वर्ष 1998 में बाबा के खिलाफ कंपिल आश्रम की संवासनियों ने शिकायत की थी। इसी के बाद जांच शुरू हुई और बाबा दुष्कर्म के मामले में जेल भी गए थे। वर्ष 2017 में दिल्ली के रोहिणी स्थित बाबा का आश्रम चर्चा में आया। गंभीर आरोपों से घिरे बाबा के खिलाफ सीबीआइ ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। रेड कार्नर नोटिस भी जारी है। बाबा के नेपाल में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी व पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरन बेदी के नेतृत्व में उच्च न्यायालय ने एक समिति गठित की है जो बाबा के आश्रमों की जांच करेगी। शहर के मोहल्ला सिकत्तर बाग स्थित आश्रम अध्यात्मिक ईश्वरीय विद्यालय में रह रही संवासनियां अक्सर दिखाई देती थीं, लेकिन वहां फिर सन्नाटा पसर गया है। कंपिल आश्रम के बाहर भी दिन में हलचल नहीं दिखाई दी।
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