Ram Mandir: अयोध्या पहुंचा 155 नदियों का जल, राम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर का हुआ दिव्य अभिषेक
Ram Mandir 155 देशों तथा सात महाद्वीपों की नदियों एवं समुद्र का जल आज अयोध्या पहुंचा।इस जल से राम मंदिर का अभिषेक किया गया। बता दें कि दिव्य और भव्य राम मंदिर का तेजी से निर्माण चल रहा है। मंदिर का प्रथम तल दिसंबर में पूरा हो जाएगा।
अयोध्या, जेएनएन। Ram Mandir Ayodhya राम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर की चौखट का अभिषेक 155 देशों तथा सात महाद्वीपों की नदियों एवं समुद्र के जल से किया गया। 155 देशों के प्रतिनिधि अपने-अपने देशों की पवित्र नदियों का पवित्र जल लेकर अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि पहुंचे थे।
निर्माणाधीन राम मंदिर का 156 देशों के जल से अभिषेक किया गया । इसमें उस उज्बेकिस्तान का भी जल था, जहां उस बाबर का जन्म हुआ था जिस के आदेश पर तोड़े गए राम मंदिर का 491 वर्ष बाद निर्माण हो रहा है। इसके अलावा राम मंदिर का अभिषेक मंगोलिया डेनमार्क भूटान रोमानिया ग्रीस अमेरिका अल्बानिया नेपाल आदि सहित कुल 156 देशों के जल से हुआ।
दिल्ली स्टडी ग्रुप की ओर से संयोजित इस अभियान में अग्रवाल समाज के लोगों सहित बड़ी संख्या में विशिष्ट लोग शामिल हुए। इससे पूर्व मणिराम दास जी की छावनी के सभागार में इस अभियान के प्रेरकों ने अपने विचार रखे और कार्यक्रम का औचित्य परिभाषित किया। इस मौके पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया।
इस अवसर पर देश के एक हजार स्थलों से जल और मिट्टी राम मंदिर की भूमि पर विसर्जित की गई थी इसी घटना से प्रेरित होकर दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष विजय जौली ने राम मंदिर अभिषेक के लिए दुनिया के 156 देशों का जल एकत्रित किया जो अत्यंत प्रशंसनीय है।
जैन आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि श्रीराम का सम्मान सभी संप्रदायों और सभी देशों में है आज उनके मंदिर के लिए 156 देशों से आया जल इसी सत्य का परिचायक है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जैन धर्म में जो स्थान भगवान ऋषभदेव यानी आदिनाथ का है, वही श्रीराम का भी है।
महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्र आनंद गिरि ने इस अवसर पर रामायण पर सवाल खड़ा करने वालों पर हमला बोला। कहा कि जिस प्रकार पूछ जलाए जाने से हनुमान जी का कुछ नहीं बिगड़ा, और पूरी लंका जल गई, इसी तरह रामायण को जलाने की बात करने वाले कल जाएंगे किंतु रामायण का कुछ भी नहीं बिगड़ेगा। आर्य सच के शीर्ष प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि यह भारत के नागरिकों का नहीं मानव जाति का कार्यक्रम है और यह संकल्प लेने का समय फिर दुनिया को धार्मिक लड़ाई उसे मुक्त करने का मार्ग अयोध्या से निकलेगा।
पूर्व थल सेना अध्यक्ष जेजे सिंह ने कहा कि ऊपर वाले ने भारत को स्पेशल बनाया है। संघ के एक अन्य शीर्ष प्रचारक रामलाल ने कहा कि यह राष्ट्र मंदिर ही नहीं विश्व मंदिर बनने जा रहा है और जिस दिन प्रभु राम की प्रतिष्ठा होगी उस दिन दुनिया से समस्याओं का अंत आरंभ होगा।