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    .. तो दो बजे के बाद ही शुरू होता है पोस्टमार्टम

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 27 May 2022 11:24 PM (IST)

    महिलाओं के शव विछेदन में आड़े आ रही महिला चिकित्सकों की कमी. ढाई वर्षों से खराब पड़ा है शवों को सुरक्षित रखने वाला डीप फ्रीजर शवों की दुर्गंध से चिकित्सक भी परेशान.

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    .. तो दो बजे के बाद ही शुरू होता है पोस्टमार्टम

    अभिषेक मालवीय, अयोध्या

    चिकित्सकों की संवेदनहीनता देखनी हो तो पोस्टमार्टम हाउस जाइये। डयूटी भले सुबह आठ बजे से हो, लेकिन ये पहुंचते हैं दो बजे के बाद ही। स्वजन शव के साथ घंटों पोस्टमार्टम हाउस पर इंतजार करते हैं, लेकिन उनका करुण क्रंदन भी चिकित्सकों की संवेदना को नहीं जगा पाता।

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    यह हाल है आधुनिक सुविधाओं से लैस पोस्टमार्टम हाउस का। शवों को सुरक्षित रखने के लिए करोड़ों की लागत से मंगाए गए सात डीप फ्रीजर खराब हो गए हैं, तो वहीं साफ-सफाई के लिए आवश्यक सामग्री की आपूर्ति भी दो वर्ष बाद सप्ताह भर पहले हुई है। भवन के अंदर की हालत काफी दयनीय है। तमाम समस्याओं से जूझ रहे विच्छेदन गृह की तरफ जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। वर्ष 2015 में इसे आधुनिक विच्छेदन गृह का दर्जा मिला। वर्ष 2018 में एक और वर्ष 2019 में छह डीप फ्रीजर मंगवाये गये थे, जो छह माह बाद ही खराब हो गए। इनको ठीक करवाने के लिए चिकित्सकों ने प्रभारी डा. आरके देव से लेकर सीएमओ तक से शिकायत की, पत्र सौंपे, पर फ्रीजर की मरम्मत नहीं कराई गई। कई दिन पुराने शवों से उठने वाली दुर्गंध से कर्मी भी परेशान हो जाते है।

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    तैनात हैं आठ कर्मी-

    शव विच्छेदन गृह के लिए दो फार्मासिस्ट, दो वार्ड ब्वाय, दो स्वीपर और दो चौकीदार तैनात हैं, जो अपने समय पर ड्यूटी पर मौजूद रहते हैं, लेकिन चिकित्सक अक्सर दो बजे के बाद दी पहुंचते हैं। उसके बाद ही पोस्टमार्टम शुरू होता है।

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    एयर कंडीशनर खराब, खुले हैं बिजली सप्लाई के बोर्ड

    चिकित्सक के कक्ष व विच्छेदन कक्ष में लगा एयर कंडीशनर खराब पड़ा है। दीवारों पर सीलन से प्लास्टर उखड़ गए है। तो वहीं बिजली सप्लाई के लिए लगे बोर्ड भी खुले पड़े है, जिससे हर समय करंट उतरने का खतरा भी बना है। ---------------

    तीन शिफ्ट में 24 घंटे की लगाई जाती है ड्यूटी

    पोस्टमार्टम हाउस में छह घंटे की ड्यूटी एक चिकित्सक की लगाई जाती है। सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक, दो से रात नौ बजे व रात नौ बजे से सुबह आठ बजे तक तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है। रोस्टर के हिसाब से जिस दिन चिकित्सक की ड्यूटी होती है, उस दिन से ओपीडी नहीं करनी होती है। इसके बाद भी चिकित्सक ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं।

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    डीप फ्रीजर खराब होने की जानकारी मिली है। इसे ठीक कराने के लिए शासन से डिमांड की गयी है। पोस्टमार्टम के लिए जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई है, उन्हें समय से उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। शव विच्छेदन में जो महिला चिकित्सक सहयोग नहीं कर रहीं है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    डा. अजय राजा, सीएमओ