Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    परित्यक्त बुजुर्गों एवं मानसिक मंदितों को मिलेगा आश्रय

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 17 May 2022 11:44 PM (IST)

    स्माइल रोटी बैंक की ओर से स्थापित आश्रय प्रशिक्षण गृह का आइजी रेंज ने किया उद्घाटन

    Hero Image
    परित्यक्त बुजुर्गों एवं मानसिक मंदितों को मिलेगा आश्रय

    अयोध्या : चक्रतीर्थ मुहल्ला में बेसहारा मानसिक मंदितों और बुजुर्गों के लिए आश्रय प्रशिक्षण गृह की स्थापना की गई। आइजी रेंज केपी सिंह, भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, युवा कल्याण विभाग के उप निदेशक सीपी सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र एवं महामंत्री परमानंद मिश्र, गुरुद्वारा गोविदधाम के सेवादार नवनीत सिंह ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण गृह का उद्घाटन किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रामनगरी में घुमंतू मानसिक मंदितों के लिए गत 18 माह से निरंतर प्रयासरत संस्था स्माइल रोटी बैंक ने अथक प्रयास से आश्रय गृह की स्थापना में सफलता पाई। आश्रय प्रशिक्षण गृह में मानसिक मंदितों को इलाज के साथ भोजन, प्यार और मनोबल की आवश्यकता को भी पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि संस्था द्वारा इस क्षेत्र में कार्य करना अयोध्या में रामराज्य की संकल्पना को व्यावहारिकता के धरातल पर उतारने का अनुपम प्रयास है। आइजी ने संस्था को चार पंखे व इन्वर्टर तत्काल देने की घोषणा हुए एक पुलिस बूथ की स्थापना का भी आदेश दिया। महानगर अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से शौचालय बनवाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर रविकांत मिश्र, मनमोहन पांडेय, अजीत कुशवाहा, शुभम मिश्र, रोहित कश्यप, श्लोक मिश्र, हाईकोर्ट के वकील सत्येंद्र मिश्र आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

    स्माइल रोटी बैंक 10 से ज्यादा वर्षों से मानसिक मंदितों के लिए सेवारत है और पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से अयोध्या में इस निमित्त सर्वे कर रहा था और उनकी काउंसिलिग की शुरुआत की थी। संस्था के आजाद पांडेय को इस सेवाकार्य के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वामी विवेकानंद युवा पुरस्कार से नवाजा है। आजाद राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित हो चुके हैं। आजाद के अनुसार अयोध्या में मानसिक रोगियों की संख्या खासी है, जिन पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया। इन बेसहारा जनों की सेवा के लिए प्रभु राम ने उन्हें चुना है और उन्हें इसकी बेहद खुशी है।