मद्रासी मंदिर के उत्सव में शामिल हुए स्वतंत्रदेव
तमिलनाडु के समृद्ध नागरथर समुदाय द्वारा अयोध्या में सांस्कृतिक उत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। अयोध्या के मद्रासी मंदिर में नागरथर समुदाय के भक्त पहुंचे हैं।

अयोध्या : तमिलनाडु के समृद्ध नागरथर समुदाय द्वारा अयोध्या में सांस्कृतिक उत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। अयोध्या के मद्रासी मंदिर में नागरथर समुदाय के भक्त पहुंचे हैं। इस उत्सव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने अपनी आस्था अर्पित करने के साथ मद्रासी मंदिर की परंपरा और इस मंदिर का संचालन करने वालों को उत्तर-दक्षिण की सांस्कृतिक एकात्मता का महान दूत बताया। इससे पूर्व सुबह भगवान का पूजन-अर्चन, अभिषेक कर उनकी आरती उतारी गई। बुधवार की शाम प्रवचन सत्र में अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता एस रामनाथन ने अयोध्या को पृथ्वी का स्वर्ग बताते हुए कहा कि अयोध्या सप्तपुरियों में यूं ही नहीं श्रेष्ठ कही गई है। यह भक्ति के साथ मुक्ति प्रदायक है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण के लोगों के दिलों में भी राम की गहरी पैठ है। भगवान राम ने दक्षिण व उत्तर को एकत्व के सूत्र में जोड़ा। राम एकत्व के मुख्य वास्तुकार थे। हनुमान की जन्मस्थली दक्षिण में ही है, हनुमान की सहायता के लिए राम भी उनके प्रति कृतज्ञ रहते हैं। इसलिए उत्तर व दक्षिण के बीच भाईचारे, एकता व अटूट बंधन का श्रेय सिर्फ श्रीराम को जाता है। कार्यक्रम के संयोजक पल्लारामास्वामी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे मद्रासी मंदिर से भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। रथ को भव्यता पूर्वक तैयार किया गया है, जो उत्तर व दक्षिण के अटूट संबंधों को भी प्रदर्शित करता है। उत्सव में न्यायमूर्ति एम चोक्कलिगम, वी नागप्पन, आरएम लक्ष्मण, एम मुत्थु कुमार, इं. ओपी शर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।
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