अविवि: एक माह के अंतर पर ही बदल दिया पाठ्यक्रम, नई मुसीबत
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक में अनिवार्य विषय में विवि ने कर दिया बदलाव विद्यार्थियों को पता नहीं
प्रवीण तिवारी, अयोध्या: डा.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में कदम-कदम पर बेपरवाही दिख रही है, जिससे विद्यार्थी परेशान हैं। खासकर नई शिक्षा नीति लागू होने जाने के बाद स्थिति कठिन हो गई है। स्नातक के प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी परेशान हैं। कई परीक्षा फार्म भरने को लेकर परेशान है तो कोई विषय के चुनाव को लेकर। सबसे बड़ी विसंगति तो यह है कि पहले स्नातक प्रथम सेमेस्टर में लागू अनिवार्य विषय को लेकर है। एक माह के अंतर पर इसका पाठ्यक्रम बदल दिया गया। इसकी अधिकांश विद्यार्थियों को जानकारी नहीं है। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 17 जनवरी से प्रस्तावित है।
विवि प्रशासन ने जुलाई माह में सभी संबद्ध महाविद्यालयों को पत्र भेज बताया कि अनिवार्य विषय में व्यक्तित्व एवं नैतिक विकास पढ़ाया जाना है, लेकिन माहभर बीतने के बाद 22 सितंबर को ही महाविद्यालयों को पत्र भेजा और इसके बदलाव की सूचना दी। बताया कि अब व्यक्तित्व विकास एवं नैतिक शिक्षा की जगह स्वास्थ्य पोषण पाठ्यक्रम पढ़ना होगा। छात्र अंकित यादव का आरोप है कि अधिकांश कालेजों में इस विषय के बदलाव की जानकारी नहीं है। न तो इसकी क्लास संचालित हुई और न ही किताब है। छात्र मोहित, अंकुर ने बताया कि अनिवार्य विषय को लेकर अभी भी भ्रम है। सवाल उठाया कि सितंबर इसमें किए गए बदलाव के बाद इसका कोर्स कैसे पूरा होगा। छात्रनेता गौरव सिंह व आकाश मिश्र ने कहा कि इसकी पढ़ाई नहीं हुई।
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक में अनिवार्य विषय में विवि ने कर दिया बदलाव विद्यार्थियों को पता नहीं।
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