Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब डाकू नहीं बीहड़ से निकल रहे कानून रक्षक, युवाओं में जागी वर्दी पहनने की उमंग

    डाकुओं का क्षेत्र कहने वाले बीहड़ से अब कानून रक्षक बनने की ललक दिख रही है। खाकी की चमक से युवाओं में वर्दी पहनने की उमंग जागी है। पिछले दिनों पुलिस भर्ती परीक्षा में विकास चकरनगर खंड के संसाधन विहीन बीहड़ क्षेत्र से 44 से अधिक युवाओं का चयन हुआ है।

    By gaurav dudeja Edited By: Anurag Shukla1Updated: Tue, 01 Jul 2025 05:36 PM (IST)
    Hero Image
    सिरसा गांव के पुलिस भर्ती में चयनित सुशील कुमार अपने परिवार के साथ। स्वयं

    देशराज यादव, जागरण, चकरनगर (इटावा )। चंबल का बीहड़ कभी डकैतों का पनाहगाह माना जाता था लेकिन अब हालात बदले हैं। सिंचाईं के साधन होने से खेती से समृद्धि बढ़ी तो अब वह मिथक भी टूट रहा है कि चंबल के पानी में बगावत की तासीर है। अब तस्वीर बदल रही है। बीहड़ के युवाओं में पुलिस की वर्दी पहनने की ललक बढ़ी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रदेश में हाल ही में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में विकास चकरनगर खंड के संसाधन विहीन बीहड़ क्षेत्र से 44 से अधिक युवाओं का चयन हुआ है। दो दशक पहले कांयछी विद्यालय से शिक्षक राधेश्याम तिवारी व पसिया से मनमहेश तिवारी का अपहरण होने से क्षेत्र के कई विद्यालयों में ताले लटक गए थे, शिक्षा का माहौल खराब हो गया था। तक यहां बंदूकों की आवाजें गूंजती थीं और लोग क्षेत्र में आना पसंद नहीं करते थे।

    तीन बेटियों ने भी पहनी वर्दी

    पुलिस में भर्ती हुए युवाओं के मुताबिक दो दशक पहले भय का पर्याय बने डाकुओं का जब खाकी वर्दी ने सफाया किया, तो उस समय क्षेत्र के बच्चों में पुलिस में भर्ती होने की नई किरण जागी थी और डाकुओं के उस समय के खौफ ने आज बीहड़ क्षेत्र के 44 युवाओं को पुलिस आरक्षी बना दिया, जिसमें तीन बेटियों ने भी कानूंन की रक्षा के लिए वर्दी पहन ली।

    इनका हुआ चयन

    चयनित अभ्यर्थियों में थाना चकरनगर से 21, सहसों से 11, बिठौली से पांच और भरेह से सात युवाओं ने सफलता हासिल की। अमेठी के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर सहसों गांव के प्रद्युम्न यादव, चकरनगर से अनुज यादव, नीमड़ाड़ा से संदीप यादव व फूटाताल से प्रद्युम्न सिंह यादव, सिरसा से सुशील यादव तथा सगरा से सेवानिवृत्त सैनिक सत्येंद्र यादव लखीमपुर खीरी में ट्रेनिंग कर रहे हैं।

    संसाधन विहीन क्षेत्र की तीन बेटियों ने भी दिखाया दम

    जिला मुख्यालय से 60 से 70 किमी की दूरी पर जनपद जालौन व औरैया के बार्डर पर स्थित तीन गांव की बेटियों ने भी अपनी मेहनत की दम पर सफलता हासिल की है। 10 से 15 किमी दूर तक इंटर कालेज न होने पर भी बीहड़ के संसाधन विहान क्षेत्र बिठौली से नीतू पुत्री कुशल पाल, करियावली से शिवानी पुत्री अशोक, कालेश्वर गढ़िया से प्रिया परिहार पुत्री राम औतार का पुलिस भर्ती में चयन हो गया है और तीनों युवतियां ट्रेनिंग के लिए चली गई है।

    शिक्षकों के साथ बीहड़ क्षेत्र के बच्चे भी शिक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे है, इसका रिजल्ट तो पुलिस भर्ती में चयनित हुए विकास खंड के 44 बच्चों से देखा जा सकता है।

    -महादेव सिंह यादव, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कालेज सहसों