जहां गांव के सबई लोग वोट करिएं बई को हमऊ वोट दिएं
गोपाल पोरवाल महेवा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हेतु नामांकन पत्रों के दाखिल होने के उपरांत गां
गोपाल पोरवाल, महेवा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हेतु नामांकन पत्रों के दाखिल होने के उपरांत गांवों में गांव की सरकार बनने का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है । हर कोई अपनी मनपसंद का सरपंच बीडीसी और जिला पंचायत प्रतिनिधि चुनने को बेताब है। कहीं-कहीं तो मतदाताओं में बेरुखी देखने को मिली। किसे चुनें किसे न चुनें यही उधेड़ बुन के बीच वोटर तो सिर्फ वोट देने की मशीन बनकर रह गया है सोचते हैं। इलेक्शन बाइक मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत आनेपुर पहुंची तो इस गांव में हर गली मोहल्ले में चुनावी चक्कलश का जोर था। इसी बीच इस संवाददाता की निगाह अपने दरवाजे पर बैठे सेवानिवृत्त एडीओ कृषि हरिश्चन्द्र तिवारी पर पड़ी, जो अपने मकान के चबूतरे पर बैठे थे और दैनिक जागरण अखबार पढ़ रहे थे। उनसे सवाल किया की अबकी बार आप कैसा प्रतिनिधि चुनने जा रहें हैं। इस पर उन्होंने कहा हम अपना सरपंच उसे चुनेंगे जो गांव का विकास कराएगा। सवाल किया गया कि आपके गांव में अभी तक जितने प्रधान हुए हैं किसी ने कोई विकास कार्य नहीं कराया, इस पर उनका उत्तर न में था। वहीं बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य चुनने को लेकर उनकी कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। सिर्फ यह कहना था वोट तो देंगे ही। इसके बाद हम थोड़ी दूर चलकर ग्राम में स्थित झाड़ी वाले भोले नाथ महाराज के मंदिर पर पहुंचे तो वहां के पुजारी बाबा गिरी से बात हुई। उन्होंने बताया गांव के प्रति समर्पित और निष्ठावान प्रत्याशी को ही वोट करेंगे। जब उनसे यह कहा गया कि आपकी बिरादरी का भी कैंडीडेट है उसके बारे में आपकी क्या राय है। इस पर उन्होंने कहा हम साधु संत हैं। बिरादरी के भंवर में नहीं पड़ते। इसी बीच वहीं पर भोले नाथ का जलाभिषेक करते हुए गांव के राजेश तिवारी मिल गए। जब उनसे इसी तरीके का सवाल किया गया तो उनका कहना था किए हमारे गांव की प्रधानी की सीट अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हुई है। वह किसी पढ़ी लिखी महिला को अपना सरपंच चुनने को तरजीह देंगे। जब हम आगे ग्राम चमरपुर पहुंचे तो सड़क के किनारे खड़ी मिली कुमारी लक्ष्मी ने बताया कि उसका पहली बार वोट बना है। वह बेसब्री से वोट डालने के इंतजार में है। उसका कहना था किए जहां गांव के सबई लोग वोट करिएं बई को हमऊ वोट दिएं। थोड़ा आगे बढ़े तो खेत में गेहूं की कटाई करते हुए ग्राम पंचायत जगमोहनपुर के प्रेम सागर दिवाकर, टीका राम शर्मा मिले उनसे हमारी राम जुहार हुई और हमने प्रधानी के चुनाव के संबंध में उनसे चर्चा शुरू की तो वे उखड़ गए। और बोले हम अपयें गांव को ऐसो प्रधान बनें जो गांव को ही बैंच दे। इस पर जब इन लोगों से नाराजगी के बारे में जानकारी की तो बोले दद्दा अबे तक हमाये गांव में सबई प्रधान ऐसे ही निकरे। आगे बढ़े तो सेवानिवृत्त जेलर देवी दयाल दोहरे की नातिन आकृति गौतम ने बताया वह भरोसे लायक अपना सरपंच चुनेंगे जो गांव को चमाचम बना सके। इसी बात को अमर सिंह कुशवाहा ने भी दोहराया जब हम ग्राम जगमोहनपुर के अंदर पहुंचे तो आला सिंह बुजुर्ग मिले उनसे बात हुई। उन्होंने कहा गांव का प्रधान जनता के दिलों में राज करने वाला होना चाहिए। इनसे थोड़ी दूरी पर चलकर सेवानिवृत्त शिक्षक बदन सिंह कुशवाहा से बात हुई। इनका साफ लहजे में कहना था कि चुनाव में वोट तो जरूर डालेंगे प्रधान बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य का अपना प्रतिनिधि जो ठीक लगेगा उसे जरूर चुनेंगे। तत्पश्चात हमारी इलेक्शन बाइक ग्राम पंचायत अहेरीपुर पहुंची। इस चुनावी बाइक को देखकर सांई खाद्य बीज की दुकान पर जवाहार सिंह कुशवाह, बब्लू तिवारी, मन्ना शुक्ला, हरिओम गुप्ता, श्याम गोपाल आदि ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया हम सब लोग सोच समझकर फैसला लेंगे। वोटों की फसल काटने वाले राजनेताओं और चालाक जनप्रतिनिधियों के झांसे में न आकर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपना-अपना मतदान करेंगे। जिससे क्षेत्र व गांव की तस्वीर व तकदीर बदल सके। इसी क्रम में हमारा अगला पड़ाव क्षेत्र की ग्राम पंचायत नगरियां बुजुर्ग पहुंचा जहां पर शिक्षक राकेश दुबे, शिक्षक राम प्रकाश पांडे, शिक्षक सत्य प्रकाश पांडे, किसान ओम प्रकाश दुबे, बुजुर्ग सीता राम दोहरे, दुकानदार अतबल सिंह, शालिग राम राठौर, डॉ. सहाब सिंह सहित सभी की एक राय थी कि हम लोग ईमानदार गांव का विकास कार्य करने वाले प्रत्याशी को ही वोट करेंगे।