विक्रमशिला एक्सप्रेस के हाईजैक होने की झूठी सूचना देने वाला जसवंतनगर से गिरफ्तार
जसवंतनगर में विक्रमशिला एक्सप्रेस के हाईजैक की झूठी खबर फैलाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ा और उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस झूठी सूचना के पीछे का कारण पता चल सके और यह भी पता लगाया जा सके कि क्या कोई और भी इसमें शामिल है।

जागरण संवाददाता, इटावा। सुपरफास्ट विक्रमशिला एक्सप्रेस को आतंकियों द्वारा हाईजैक कर लेने की पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 पर सूचना देने वाले व्यक्ति को आरपीएफ ने जसवंतनगर से पकड़कर अलीगढ़ आरपीएफ के सिपुर्द किया है। जिसके बाद उसे अलीगढ़ ले जाया गया। यात्री की ट्रेन हाईजैक की झूठी सूचना से रेलवे अधिकारियों समेत पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। पकड़ा गया आरोपित मोनू निवासी पश्चिमी दिल्ली का बताया गया है।
प्रयागराज मंडल से लेकर अलीगढ़ मंडल तक रविवार तड़के रेलवे अधिकारियों के साथ पुलिस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब किसी अनजान व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 को काल करके भागलपुर से आनंद विहार जा रही गाड़ी संख्या 12367 विक्रमशिला एक्सप्रेस को आतंकवादियों द्वारा रोक लेने की सूचना दी गई। उसने बताया कि ट्रेन में उसकी पत्नी और बच्चे भी हैं, आतंकी सभी लोगों को नशे की दवाई दे रहे हैं उनके पास बम और बंदूकें भी हैं लेकिन ट्रेन कहां पर है इसकी कोई जानकारी उसे नहीं है।
रेलवे और पुलिस प्रशासन में मच गई थी खलबली
इसके बाद रेलवे समेत प्रदेश के पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस कर्मी दौड़ पड़े, हालांकि सूचना बाद में पूरी तरह फर्जी निकली। पुलिस ने सूचना देने वाले व्यक्ति की तलाश शुरू की लेकिन मोबाइल स्विच आफ बताने लगा था। बाद में सूचनाकर्ता की लोकेशन जसवंतनगर के सरायभूपत रेलवे स्टेशन बताई गई। इस पर आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार एवं जीआरपी इंस्पेक्टर दिनेश प्रकाश शर्मा टीम के साथ सरायभूपत स्टेशन पहुंचे लेकिन तब तक ट्रेन जा चुकी थी।
इटावा जंक्शन पर सुबह चार बजे के लगभग विक्रमशिला एक्सप्रेस लूप लाइन पर राजधानी एक्सप्रेस को पास करने के लिए रुकी थी। आरपीएफ और जीआरपी ने आसपास का पूरा क्षेत्र खंगाला और लोगों से भी पूछताछ की लेकिन कि फोन करने वाले का मोबाइल बंद था।
कानपुर के बाद अलीगढ़ है स्टॉपेज
कानपुर के बाद विक्रमशिला का स्टापेज सीधा अलीगढ़ है, इसलिए अलीगढ़ में ही पूरी ट्रेन को चेक किया गया था। आरपीएफ और जीआरपी फोन करने वाले व्यक्ति के फोन को खुलने का इंतजार कर रही थी जैसे ही उसने अपना फोन खोला तो उसकी लोकेशन जसवंतनगर में मिलने पर उसे पकड़ लिया गया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 पर फोन कर झूठी सूचना देने के आरोप में पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम मोनू निवासी पश्चिमी दिल्ली बताया है, उसे अलीगढ़ आरपीएफ के सिपुर्द किया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।