अंडरपास में जलभराव से जोखिम में बच्चों की जान, रेलवे ट्रैक पार कर जा रहे स्कूल
जसवंतनगर में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तीन अंडरपास में जलभराव से स्कूली बच्चों को परेशानी हो रही है। रेलवे ट्रैक पार करने से दुर्घटना का खतरा है जहाँ हाल ही में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने पंपिंग सेट और चौकीदार की मांग की है चेतावनी दी है कि कार्रवाई न होने पर आंदोलन करेंगे। रेलवे ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही है।

संवाद सहयोगी, जसवंतनगर । डेडीकेटिड फ्रेट कोरीडोर रेलमार्ग पर स्थित तीन अंडरपास में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। गेट संख्या 36सी, 38सी, 40सी के अंडरपास में कई फुट पानी भरा है। इससे स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।।
बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए रेलवे ट्रैक पार करना पड़ रहा है। ग्रामीण दलवीर, राजवीर, शिवराज सिंह और नीरज कुमार आदि ग्रामीणों ने बताया कि ट्रैक पार करते समय ट्रेन का हार्न दूर से सुनाई देने पर लोग भ्रमित हो जाते हैं। 17 अगस्त को गेट संख्या 40 सी पर नगला असरोही निवासी श्रीकृष्ण की ट्रेन से टकराकर मौत हो गई थी।
एक दर्जन गांवों के लोग करते हैं आवाजाही
इस मार्ग से जैतपुर, जरार, नहटौली, पूठा, फतेहपुरा समेत करीब एक दर्जन गांवों के लोग आवाजाही करते हैं। ग्रामीणों ने अंडरपास से पानी निकालने के लिए पंपिंग सेट लगाने, नालियों की सफाई और सुरक्षा के लिए चौकीदार की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर रेलवे और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन करेंगे। पानी निकासी के ठेकेदार प्रेम कुमार राजपूत ने बताया कि उनके ठेके की अवधि समाप्त हो चुकी है।
उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि डीएफसी रेलवे ट्रैक से जुड़ी जानकारियां उनके पास नहीं हैं। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।
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