इटावा में वाहनों की फिटनेस के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, एक दिन में 80 वाहनों की होगी फिटनेस
इटावा में कामर्शियल वाहनों के लिए स्वचालित परीक्षण स्टेशन बनकर तैयार है। बकेवर के सराय मिट्ठे में राधिका ढाबा के पास खुले इस निजी सेंटर पर वाहनों की फिटनेस जाँच की जाएगी। इससे वाहन मालिकों को आरटीओ के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी और दलाली से भी राहत मिलेगी। प्रतिदिन 70 से 80 वाहनों की फिटनेस जाँच की जा सकेगी।

राजीव शर्मा, इटावा। जनपद में कामर्शियल वाहनों की फिटनेस के लिए बकेवर के सराय मिट्ठे स्थित राधिका ढाबा के पास ढाई एकड़ जगह में स्वचालित परीक्षण स्टेशन (एटीएस) बनकर तैयार हो गया है। आने वाले दिनों में अब कामर्शियल वाहनों की फिटनेस इसी निजी सेंटर पर होगी।
आने वाले दस से 15 दिनों में यह सेंटर शुरू हो जाएगा। जिसके बाद वाहन मालिकों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके अलावा निजी सेंटरों पर फिटनेस के साथ ही गाड़ियों में जो कमियां होंगी, उसके मेंटीनेंस की भी व्यवस्था होगी।
सड़क पर चलने वाले सभी कामर्शियल वाहनों की फिटनेस अनिवार्य है। वाहनों का हर साल फिटनेस टेस्ट होता है। अभी परिवहन विभाग के आरआइ वाहनों की जांच करके फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करते हैं लेकिन केंद्र सरकार ने वाहनों की फिटनेस जांच और प्रमाणन का काम सरकार द्वारा नहीं बल्कि निजी कंपनियों से कराए जाने के फैसले के बाद जनपद में भी निजी फिटनेस सेंटर खुलने जा रहा है। इसका ठेका गुजरात की तेजेंद्र कारटिंग कंपनी को हो चुका है।
सिर्फ विभाग से अनुमति मिलने की देरी रह गई है। उसके मिलने के बाद छोटे-बड़े सभी कामर्शियल वाहनों की फिटनेस इसी केंद्र पर हुआ करेगी। इससे वाहन चालकों को फिटनेस के लिए अब आरटीओ कार्यालय की दौड़ भाग से छुटकारा मिलने के साथ ही विभाग में होने वाली दलाली से भी राहत मिलेगी।
क्योंकि अभी तक परिवहन विभाग कार्यालय में वाहनों की फिटनेस के लिए चालकों को कई-कई दिनों तक चक्कर काटने पड़ते थे, उसके बाद भी उनके वाहनों की फिटनेस नहीं हो पाती थी। लेकिन प्राइवेट केंद्र बन जाने के बाद इस समस्या से वाहन चालकों को छुटकारा मिल जाएगा।
प्रतिदिन 70 से 80 वाहनों की होगी फिटनेस
जनपद में खुलने जा रहे प्राइवेट स्वचालित परीक्षण स्टेशन के मैनेजर आशीष तिवारी ने बताया कि यहां प्रतिदिन 70 से 80 वाहनों की फिटनेस जापान की तकनीक से मशीनों द्वारा की जाएगी। यहां वाहन का प्रदूषण, स्पीड गर्वनर, पीली पट्टी, टायर, एलायमेंट, लाइट आदि के अलावा वाहन की बाडी की जांच की जाएगी। सब ठीक मिलने पर वाहन चालकों को फिटनेस कार्ड जारी किया जाएगा। जो कि वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र होगा।
उन्होंने बताया कि शासन की ओर से यह व्यवस्था आरटीओ कार्यालयों के काम के बोझ को कम करने के लिए वाहनों की फिटनेस का काम निजी क्षेत्र में देने का फैसला किया गया है। जनपद में निजी सेंटर खोलने के लिए मंडलीय स्तर पर सभी तरह की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। सिर्फ कंपनी को आरसी मिलना बाकी रह गई है।
जो कि अगले 10 से 15 दिन में मिलने की उम्मीद है। इसके खुलने से वाहन स्वामियों को परिवहन विभाग के चक्कर काटकर बर्बाद होने वाले समय की बचत के साथ भीड़भाड़ से भी निजात मिलेगी। यह सेंटर 12 घंटे तक खुला करेगा। इसके अलावा भीड़भाड़ बढ़ने की स्थिति में समय भी बढ़ाया जा सकता है।
सरकार की योजना थी कि वाहनों की फिटनेस कंप्यूटराइज्ड हो और इसमें पारदर्शिता रहे। इसी के दृष्टिगत जनपद में वाहनों की फिटनेस के कार्य का निजीकरण किया जा रहा है। जनपद में गुजरात की कंपनी तेजेंद्र कारटिंग को इसका टेंडर मिला है। यह सेंटर एनएच-19 पर बकेवर के सराय मिट्ठे के पास खुलने जा रहा है, यहीं वाहनों के लिए वर्कशाप भी होगा। हालांकि अभी विभाग से अनुमति नहीं मिली है, जैसे ही अनुमति मिल जाएगी वैसे ही फिटनेस कार्य यहां शुरू हो जाएगा।- प्रदीप कुमार देशमणि, एआरटीओ

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