सिंचाई विभाग अग्निकांड में पुलिस और विभाग की आपस में ठनी, 6 दिन बाद भी नहीं दर्ज हो सकी रिपोर्ट
इटावा सिंचाई विभाग के कार्यालय में आगजनी की घटना के छह दिन बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। विभाग और पुलिस के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। प ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, इटावा। सिंचाई विभाग के निचली गंगा नहर प्रखंड डिवीजन कार्यालय में छह दिन पहले हुई भीषण आगजनी की घटना में सीसीटीवी आदि की जांच के बाद कार्यालय में तैनात तीन कर्मचारियों की भूमिका सामने आने के बाद भी अब तक किसी पर मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।
पुलिस जहां विभागीय जांच पूरी होने के बाद तहरीर मिलने पर कार्रवाई की बात कह रही है तो वहीं विभागीय अधिकारी पुलिस पर मुकदमा दर्ज न करने का आरोप लगा रहे हैं।
अग्निकांड में विभाग के 50 वर्षाें के नहीं बल्कि 100 वर्ष पुराने सरकारी रिकार्ड जलने की बात की पुष्टि हो चुकी है और अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार ने भी आगजनी को हादसा न मानकर साजिश की आशंका व्यक्त की है।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए गैरहाजिर कर्मचारी भरत एवं उस दिन रात्रि में ड्यूटी पर मौजूद चौकीदार बलवीर को आग लगाने एवं लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाने के लिए अवर अभियंता नरेंद्र कुमार की ओर से तहरीर थाने में दी गई है लेकिन छह दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज नहीं की है।
सिर्फ प्रथम सूचना के आधार पर उसे जीडी पर दर्ज कर लिया गया है। अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार का कहना है कि थाना पुलिस से लगातार एफआइआर दर्ज करने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है।
17 दिसंबर को इस संबंध में डीएम एसएसपी को भी पत्राचार किया गया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की। सोमवार को एसएसपी से मिलकर एफआइआर दर्ज कराने के लिए मिलेंगे।
विभाग के और भी कर्मचारी जांच टीम के रडार पर
सिंचाई विभाग अग्निकांड की जांच कर रहे मंडल कार्यालय से अधीक्षण अभियंता अमिताभ कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने अग्निकांड की जांच में तीन कर्मचारियों पर कार्रवाई के बाद भी कुछ ओर कर्मचारियों की भूमिका पर संदेह व्यक्त किया है।
जिसके चलते जांच टीम ने घटना वाले दिन के एसएसपी चौराहा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग देने के लिए एसएसपी को पत्राचार किया हैं।
जांच टीम को आशंका है कि घटना के दिन 15 दिसंबर को जब आग लगी थी उस समय अब तक निलंबित किए गए कर्मचारियों के अलावा भी ओर भी कोई इसमें शामिल हो सकता है। जो कि घटना के बाद वहां से निकल गया।
सिंचाई कार्यालय में आगजनी की घटना में विभाग की ओर से प्रथम सूचना दर्ज कराई गई थी। जिसके आधार पर उसे जीडी पर दर्ज किया गया है। सरकारी कार्यालय की जांच का कार्य उनके विभागीय अफसर कर रहे हैं। जब वह कर्मचारियों पर दोष सिद्ध करके तहरीर देंगे तो मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।
सुनील कुमार, प्रभारी निरीक्षक, सिविल लाइंस

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