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    इटावा को जीबीसी-5 के लिए मिला 500 करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य, अब तक 25 प्रतिशत किया प्राप्त

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 04:18 PM (IST)

    औद्योगिक विकास विभाग ने जीबीसी-5 के लिए इटावा जनपद को 500 करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य दिया है, जिसमें से 25% प्राप्त हो चुका है। जीबीसी-4 में हुए 74 एमओयू में से 61 पर काम शुरू हो गया है, जिससे रोजगार मिल रहा है। ग्लोबल इंवेस्टर समिट-4 में 1100 करोड़ के एमओयू साइन हुए थे, जिनमें से 850 करोड़ के उद्योग शुरू हो चुके हैं। विभाग जीबीसी-5 की तैयारी कर रहा है और निवेशकों से संपर्क कर रहा है।

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    जागरण संवाददाता, इटावा। औद्याेगिक विकास विभाग ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी)-5 के दृष्टिगत सभी जनपदों के लिए निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारने करा लक्ष्य निर्धारित किया है।

    वहीं जनपद में 500 करोड़ का तय किया गया है जिसमें लगभग 25 प्रतिशत लक्ष्य विभाग द्वारा प्राप्त किया जा चुका है। वर्ष 2024 में आयोजित जीबीसी-4 में जनपद से 74 एमओयू किए गए थे, जिनमें से 61 पर काम शुरू हो गया है। इनके शुरू होने से जिले के बेरोजगार लोगों को रोजगार मिल रहा है।

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    लखनऊ में फरवरी 2024 में ग्लोबल इंवेस्टर समिट-4 का आयोजन किया गया था। इसमें प्रदेश सरकार और जिले के उद्यमियों के बीच 1100 करोड़ के 74 उद्योगों के एमओयू साइन हुए थे। इनमें 850 करोड़ के 61 उद्योग के धरातल पर उतर चुके है। बचे हुए 13 उद्योग जल्द शुरू करने की बात कही जा रही है।

    इसके साथ ही विभाग की ओर से इसी माह के अंत या दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रस्तावित जीबीसी-5 की तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। जीबीसी-5 के लिए 30 अक्टूबर को 500 करोड़ के एमओयू साइन करवाने का लक्ष्य जनपद को मिला है, हालांकि नवंबर में लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 25 फीसदी एमओयू साइन करवाए जा चुके है।

    इसके साथ ही उद्योग विभाग उद्यमियों से निवेश करने को लेकर लगातार संपर्क कर रहा है। इस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में उद्यमी मित्र उद्यमियों व निवेशकों की संख्या भी बढ़ाने का प्रयास कर रहे है। विभागीय आकड़ों के मुताबिक लगभग 16 उद्यमियों ने जिले में 125 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है।

    निवेशकों के पास भूमि की उपलब्धता होने से इकाई स्थापित करने की प्रक्रिया भी चल रही है। इस योजना में वैसे तो 22 विभागों को शामिल किया गया है, लेकिन कार्यरत सिर्फ सात विभाग हैं। वहीं अब तक जीबीसी के माध्यम से 1200 करोड़ रुपये धरातल पर उतारा जा चुका है।

    जीबीसी-5 में 500 करोड़ का निवेश जनपद में होगा। 25 प्रतिशत उद्यमियों के प्रस्ताव भी आ गए है। अन्य तैयारियां भी पूरी की जा रहीं है। किसी भी उद्यमी को कोई समस्या हो तो वह हमसे संपर्क कर सकता है, उसकी समस्या का समाधान किया जाएगा। उद्यमियों की संख्या और निवेश बढ़ाने प्रयास कर रहे हैं। औद्योगिक विकास व रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयासरत है।

    सुधीर कुमार, उपायुक्त उद्योग