Etawah Safari Park: अब पर्यटक आसानी से कर सकेंगे इन बब्बर शेरों का दीदार, लायन सफारी के लिए मैदान में उतारने का फैसला
बब्बर शेरों का औसतन कार्यकाल 14 से 16 वर्ष का होता है जबकि सफारी में इनकी आयु 20 वर्ष तक हो सकती है। अभी सफारी में पर्यटकों को रूपा सोना गार्गी नीरजा व कान्हा को दिखाया जा रहा है। इनको मेटिंग के लिए तैयार किया जाएगा ताकि सफारी पार्क का कुनबा बढ़ सके। इंसानों की तरह बब्बर शेरों में भी बढ़ती उम्र के साथ वृद्धावस्था के लक्षण दिखने लगते हैं।

जागरण संवाददाता, इटावा। इटावा सफारी पार्क में सफारी प्रशासन ने लायन सफारी के बुजुर्ग शेरों को खुले मैदान में छोड़ने का फैसला लिया है। यह बब्बर शेर पर्यटकों को देखने के लिए आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। इनमें शेरनी जेसिका, शेरनी हीर, गीगो शामिल हैं। इन सभी की उम्र 15 से 16 वर्ष के बीच है।
बब्बर शेरों का औसतन कार्यकाल 14 से 16 वर्ष का होता है जबकि सफारी में इनकी आयु 20 वर्ष तक हो सकती है। अभी सफारी में पर्यटकों को रूपा, सोना, गार्गी, नीरजा व कान्हा को दिखाया जा रहा है। इनको मेटिंग के लिए तैयार किया जाएगा ताकि सफारी पार्क का कुनबा बढ़ सके।
वाइल्ड में केवल 14-16 वर्ष होता है जीवनकाल
बब्बर शेरों का अपने प्राकृतवास (वाइल्ड) में जीवनकाल औसतन 14 से 16 वर्ष का होता है जबकि प्राणी उद्यान/सफारी में इनकी आयु 20 वर्ष तक हो सकती है। नर शेरों की अपेक्षा मादा शेरों की औसतन आयु कम होती है। इंसानों की तरह बब्बर शेरों में भी बढ़ती उम्र के साथ वृद्धावस्था के लक्षण दिखने लगते हैं।
बब्बर शेरों में 12-13 साल की उम्र के बाद प्रकट होने वाले लक्षणों में कैनाइन दांतों में पीलापन बढ़ना, आंखों से चमक का कम होना, त्वचा में ढीलापन, निचले होंठो में लटकाव एवं स्फूर्ति में कमी आना शामिल है।
इटावा सफारी पार्क में कुल 15 बब्बर शेर
इटावा सफारी पार्क में वर्तमान में कुल 15 बब्बर शेर हैं जिनमें सात नर व आठ मादा हैं। इन शेरों में शेरनी हीर सबसे उम्रदराज है जिसकी उम्र लगभग 16 वर्ष है जबकि गीगो बब्बर शेर एवं शेरनी जेसिका की उम्र लगभग 15 वर्ष है। इन तीनों शेरों में वृद्धावस्था के लक्षण परिलक्षित होने लगे हैं परंतु इटावा सफारी पार्क के पशु चिकित्सकों द्वारा इन तीनों शेरों को विटामिन एवं अन्य आवश्यक अनुपूरक दवाएं समय-समय पर दी जा रही हैं।
शेरनी जेसिका ने आठ बब्बर शेरों को इटावा सफारी पार्क में दिया जन्म
शेरनी जेसिका सात से अधिक बार प्रजनन कर चुकी है और मनन शेर के साथ मेटिंग करके आठ बब्बर शेरों को इटावा सफारी पार्क में जन्म दिया है। जेसिका के बच्चे सिंबा, सुल्तान, भरत, रूपा, सोना, गार्गी एवं नीरजा अब दूसरी पीढ़ी को बढ़ाने के लिए तैयार हैं। हीर एवं गीगो से कोई भी शावक इटावा सफारी पार्क में उत्पन्न नहीं हो सका है।
इटावा सफारी पार्क के निदेशक डॉ. अनिल पटेल के अनुसार, सफारी पार्क के बुजुर्ग शेरों को अब पर्यटकों को दिखाया जाएगा। इनमें जेसिका, हीर व गीगो शामिल हैं जबकि नई उम्र के शेरों को मेटिंग के कार्य में लगाया जाएगा जिससे सफारी में शेरों का कुनबा बढ़ सके।
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