दहेज ना देने पर गला दबाकर पत्नी को मारने की कोशिश, सिपाही और पिता पर मुकदमा दर्ज
एक सिपाही और उसके पिता पर दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित करने और गला दबाकर मारने की कोशिश करने का आरोप लगा है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद से ही उससे दहेज की मांग की जा रही थी और इनकार करने पर उसे प्रताड़ित किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, इटावा। जनपद में तैनात एक पुलिसकर्मी और उसके पिता पर पत्नी के साथ दहेज की मांग को लेकर मारपीट और जान से मारने की कोशिश में एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
मैनपुरी के थाना कुरावली क्षेत्र में ग्राम घरनाजपुर निवासी प्रियंका ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसकी शादी 16 दिसंबर 2022 को एटा जिले के गंजडुडवारा रोड, भागपुर बरौली निवासी अमर प्रताप सिंह के साथ हुई थी। अमर प्रताप वर्तमान में पुलिस लाइन में कांस्टेबल के पद पर तैनात है।
प्रियंका ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि शादी के कुछ माह बाद पति, ससुर और ससुराल पक्ष अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे। कार और पांच लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर उसके साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना शुरू कर दी गई और उसे ससुराल से निकाल दिया गया। जिसके बाद उसने मैनपुरी कोर्ट में मुकदमा दायर किया। मामला विचाराधीन रहने के दौरान परिवार वालों के दबाव की मध्यस्थता से 12 अगस्त 2024 को सुलह समझौता हो गया।
सरकारी आवास लाया
समझौते के बाद पति अमर प्रताप उसे 13 मार्च 2025 को मैनपुरी मायके से लेकर पुलिस लाइन स्थित अपने सरकारी आवास पर ले आया। कुछ दिनों तक सब ठीक चलता रहा, लेकिन पति और ससुर कृपाल सिंह ने फिर कार और पांच लाख रुपये की मांग उठाई। सात अक्टूबर की शाम पति के आवास पर थी। तभी पति और ससुर ने गला दबोच कर जान से मारने का प्रयास किया।
शोरगुल सुनकर पुलिस कालोनी के पड़ोसी लोग इकट्ठा हो गए, तब जाकर जान बची। डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी, लेकिन आरोपित मौके से भाग गए। सिविल लाइंस थाने में शिकायत की मेडिकल परीक्षण कराया गया। एसएसपी के आदेश पर सिपाही और उसके पिता के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया मामले की छानबीन की जा रही है।
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