बैंक पहुंची महिला ने कहा- 15 लाख ट्रांसफर कर दो, वजह पूछने पर हाे गई नाराज, जब ब्रांच मैनेजर ने की बात तो उड़ गए होश
इटावा में साइबर ठगों ने एक दंपती को 7 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके ₹15 लाख ठगने का प्रयास किया। सेवानिवृत्त शिक्षिका मधु गुप्ता और उनके पति को फ्रॉड कॉल के जरिए फंसाया गया और बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया गया। भारतीय स्टेट बैंक शाखा के प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत और कैशियर इंद्रजीत यादव की सतर्कता से दंपती को भारी नुकसान से बचाया गया।

जागरण संवाददाता, इटावा। साइबर ठग ने सात घंटे तक दंपती को 7 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर लिया। भारतीय स्टेट बैंक शाखा के प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत और कैशियर इंद्रजीत यादव की सूझबूझ के चलते ठगने से बच गए।
बकेवर निवासी सेवानिवृत्त शिक्षिका मधु गुप्ता व उसके पति जो कि फ्रॉड कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट होकर बैंक से 15 लाख रुपए ठग द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर करने बैंक में पहुंचे थे। ऐन वक्त पर प्रबंधक और कैशियर द्वारा स्थिति भांप लेने के चलते दंपति रुपए के भारी नुकसान से बच गए।
वाकया इस तरह है कि सुबह सात बजे गुप्ता दंपति के पास एक कॉल आती है कि आप गुप्ता जी बोल रहे हैं, मैं दिल्ली से आईजी बोल रहा हूं, आपका लड़का पहलगाम में हुए हमले में शामिल था।
उन्होंने कहा कि मेरा लड़का तो वहां पहुंच ही नहीं सकता, नौकरी कर रहा है। तो उधर से रौबदार आवाज में कहा गया कि वह गलत संगत में पड़ गया है, तुमको पता भी नहीं, आसिफ अंसारी ने उसका नाम बताया है तो गुप्ता दंपती घबरा गए।
उधर से फिर आवाज आई कि बहुत बुरा हाल हो जाएगा। तुम्हारे परिवार का, देशद्रोह के आरोप में फांसी होगी, तुम्हारा कनेक्शन पाकिस्तान से है। वहां से तुम्हारे खाते में फंडिंग भी हुई है।
मना करने पर जानकारी हेतु उसने बैंक का खाता नंबर, आधार, नंबर पैन नंबर आदि सभी पूछ लिया, बाद में कहा कि तुम एटीएम नहीं चलाती हो तो उन्होंने कहा मैं एटीएम नहीं चलाती हूं।
खाते की रकम जानने के बाद उन्होंने कहा कि अगर आप बचना चाहते हो तो 15 लाख रुपए आधे घंटे के भीतर बताए गए खाता नंबर में ट्रांसफर करिए। घबराए हुए दंपत्ति भारतीय स्टेट बैंक की शाखा बकेवर में दोपहर दो बजे पहुंचे और उन्होंने पैसे ट्रांसफर करने हेतु आरटीजीएस फार्म को भरकर कैशियर को दिया।
कैशियर इंद्रजीत यादव को कुछ शक हुआ उसने कहा आप इतने रुपए भेज कर पूरा खाता ही खाली कर रहे हो? क्या कोई बात है तो उन्होंने कहा आप शीघ्र ही पैसा ट्रांसफर करिए।
इसके बाद कैशियर ने उनको शाखा प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत के पास भेजा जैसे ही मदनावत ने बात की तो उन्होंने मामले को समझ लिया। उन्होंने पूछा इतने पैसे को आज किसी खाते में ट्रांसफर कर रहे हो तो गुप्ता दंपति घबराए हुए बैठे रहे। उसी समय इस ठग की वीडियो कॉल आ जाती है वह पुलिस की ड्रेस में बैठा हुआ कह रहा था कि अभी तक पैसे ट्रांसफर नहीं करवाए।
उन्होंने कहा मैं शीघ्रता कर रहा हूं तो शाखा प्रबंधक ने उससे बात की उन्होंने जब बात की तो मामला समझ में आते ही उसने उधर से कॉल डिस्कनेक्ट कर कर दी।
शाखा प्रबंधक ने दंपति को समझाया और बताया कि वो आज बहुत बड़े फ्रॉड से बच गए हैं। इधर खबर लगते ही राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेशीय मंत्री/जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार त्रिपाठी अपने साथियों के साथ बैंक पहुंचे और उन्होंने बैंक स्टाफ की बहुत सराहना की। सभी साथियों के साथ उन्होंने प्रबंधक व कैशियर को सम्मानित किया। दंपति ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
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