'कुंभ को लेकर झूठ पर झूठ बोल रही योगी सरकार', अखिलेश का तंज- ये तो साफ गंगा जल उपलब्ध कराने में भी विफल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार महाकुंभ को लेकर झूठ बोल रही है और धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचा रही है। अखिलेश ने ईवीएम पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता सरकार को सबक सिखाएगी।

जागरण संवाददाता, इटावा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला रविवार को बोलते हुए कहा कि सरकार लगातार झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रही है और धार्मिक भावनाओं को आहत कर रही है।
अखिलेश सैफई महोत्सव के कार्यकारी प्रबंधक वेदव्रत गुप्ता के बेटे की शादी समारोह में शामिल होने के बाद रामलीला मैदान में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने महाकुंभ से जुड़े कई सवाल खड़े किए और भाजपा सरकार पर बड़े घोटाले के आरोप लगाए और कहा कि यह कहा जा रहा है कि महाकुंभ 144 साल बाद हो रहा है, जबकि ऐसा किसी भी शास्त्र में उल्लेखित नहीं है। शास्त्रों के अनुसार, प्रयागराज में कुंभ हर 12 साल में और महाकुंभ हर 144 वर्षों में नहीं, बल्कि हर 12वें कुंभ के बाद यानी 144वें वर्ष में होता है।
सरकार जनता को झूठ परोस रही है- अखिलेश
उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर महाकुंभ वास्तव में 144 साल बाद आयोजित किया जा रहा होता, तो सरकार ने बजट सत्र में इसका उल्लेख क्यों नहीं किया? बजट सत्र के दस्तावेजों में साफ लिखा गया है कि कुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है। इसका मतलब है कि सरकार जनता को झूठ परोस रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह भी दावा कर रहे हैं कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश को करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ हुआ है। यदि यह सच है, तो यह राशि जीएसटी के आंकड़ों में भी दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को इसका पूरा ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए। 15 हजार करोड़ खर्च करने का दावा किया गया है, लेकिन कुप्रबंधन और अव्यवस्था के कारण श्रद्धालु परेशान हैं।
अखिलेश ने योगी सरकर की व्यवस्था पर उठाया सवाल
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था कुंभ के लिए की गई थी तो फिर श्रद्धालुओं की परेशानी की खबरें क्यों आ रही हैं। प्रयागराज पहुंचने में भारी दिक्कत है, ट्रेनें और बसें हैं नहीं। संगम में साफ जल उपलब्ध कराने में सरकार विफल रही है। केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच विवाद सामने आ चुका है। भगदड़ के सही आंकड़े आज तक नहीं बताए गए। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी सरकार को ‘डबल इंजन’ की कहती है, लेकिन यह वास्तव में ‘डबल ब्लंडर’ सरकार है।
अखिलेश ने ईवीएम पर भी बड़ा सवाल खड़ा किया
अखिलेश यादव ने ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) पर भी बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हम और आप उलझते रहे ट्रिलियन और ट्रिलिएंट में, दिल्ली वालों ने कहा पांच मिलियन, लखनऊ वालों ने इसे एक ट्रिलियन बताया, हमें-आपको सबको उलझाकर खुद ले लिए 21 मिलियन। यह सिर्फ 21 मिलियन की बात नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के साथ सबसे बड़ा धोखा है।
उन्होंने कहा कि जो बात हम लोग हमेशा कहते आए हैं कि बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए, वही बात अब अमेरिका के राष्ट्रपति भी कह रहे हैं। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता सरकार को सबक सिखाएगी। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, पूर्व राज्य मंत्री अशोक यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख बृजेश यादव, प्रदीप आढ़तिया, मुकद्दम सिंह, राजेंद्र सिंह गौड़, सपा नेता उदयभान सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता मौजूद रहे।
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