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विदेशी अनुयायियों के साथ देखा ग्रामीण परिवेश

संवादसूत्र, बकेवर-भरथना : अमेरिका के आध्यात्मिक गुरु महेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में उनके 72 विदेशी

By JagranEdited By: Updated: Fri, 14 Apr 2017 01:00 AM (IST)
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विदेशी अनुयायियों के साथ देखा ग्रामीण परिवेश

संवादसूत्र, बकेवर-भरथना : अमेरिका के आध्यात्मिक गुरु महेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में उनके 72 विदेशी अनुयायी निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को मोढ़ी स्थित एक ईंट भट्टा पर पहुंचे और ईंट निर्माण की प्रक्रिया समझने के साथ उससे जुड़े कारीगरों और मजदूरों के साथ अनुभव साझा किए। उन्होंने यहां के ग्रामीण और सामाजिक जीवन का भी हाल जाना। यह भी जानना चाहा कि भरपूर साधन संपन्नता होने के बावजूद भी अमेरिकी लोग भारत के ग्रामीणों की तुलना में क्यों अधिक बीमार व निराशा भरा जीवन जीते हैं।

भरथना के मोढ़ी गांव में जन्मे व अमेरिका की नागरिकता प्राप्त कर चुके त्रिवेदी फाउंडेशन के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु महेंद्र त्रिवेदी ने अपने विदेशी अनुयायियों के साथ ग्रामीण परिवेश को बहुत करीब से देखा और ग्रामीणों के अनुभव भी साझा किए। इसके बाद वह अपने अनुयायियों के साथ लक्ष्मी ईंट भट्टा पर पहुंचे और वहां पर अनुयायियों ने ईंट निर्माण की प्रक्रिया समझने के साथ ईंट कारीगरों व मजदूरों से उनका अनुभव भी प्राप्त किया। ईंट भट्टे के मजदूर राम¨सह ने ईंट बनाने की तकनीक बताते हुए कहा कि एक दिन में करीब 450 ईंट वह पाथ लेता है। उसकी मेहनत देखकर विदेशी अनुयायी काफी प्रसन्न हुए। इस मौके पर गुरु महेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि भगवान कण-कण में विराजमान हैं। तन के लिए जितना भोजन जरूरी है, मन के लिए भजन भी उतना ही आवश्यक है। जैसे बिना भूख के भी समय हो जाने पर भोजन कर लेते हो वैसे ही भजन नियमित करो। उन्होंने धर्म और विज्ञान का व्यापक संबंध बताते हुए कहा भगवान के कण-कण में होने की बात विज्ञान खोज रहा है और इसी कण अर्थात अणु पर काफी शोध भी चल रहा है। गुरु महेंद्र त्रिवेदी व उनके विदेशी अनुयायियों का होली प्वाइंट पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रदीप पांडेय, विनय अवतानी, ललित दीपक अवतानी, गो¨वद महेश्वरी आदि ने पुष्प गुच्छ भेंटकर व तिलक लगा कर स्वागत किया। शाम को सभी लोग आगरा के लिए वापस हो गए।

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