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    Etah News: आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व लिपिक पर गिरी गाज, भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज

    Updated: Sat, 28 Jun 2025 09:55 AM (IST)

    एटा में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पूर्व लिपिक जितेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। सतर्कता विभाग की जांच में पाया गया कि लिपिक ने वैध स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की और आय से अधिक खर्च किया जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। वर्तमान में वह जीजीआईसी रामनगर में कार्यरत हैं।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, एटा। बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पूर्व लिपिक के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा विजिलेंस थाना आगरा में दर्ज कराया गया है। मामले में शासन के सतर्कता विभाग द्वारा कराई गई जांच में आय से अधिक संपत्ति मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।

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    जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय एटा में तैनात रहे लिपिक जितेंद्र प्रताप सिंह पुत्र सुखेंद्र सिंह निवासी आदर्श नगर शांति नगर एटा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति को लेकर शासन स्तर पर शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर सतर्कता अनुभाग द्वारा गोपनीय जांच के आदेश सतर्कता अधिष्ठान आगरा को दिए गए। निर्देश के अनुरूप सतर्कता अधिष्ठान आगरा द्वारा खुली जांच करते हुए अंतिम आख्या 17 मार्च 2025 को शासन को भेज दी गई।

    फिलहाल लिपिक जीजीआईसी रामनगर में कार्यरत

    खुली जांच में पाया गया कि संबंधित लिपिक द्वारा लोक सेवक के रूप में कार्य करते हुए निर्धारित अवधि में आय के वैध स्रोतों से भी अधिक परसंपत्तियां अर्जित की गई हैं। जांच में स्पष्ट किया गया कि लिपिक द्वारा वैध स्रोतों से 94 लाख 30 हजार 527 रुपये की धनराशि अर्जित की गई। दूसरी ओर इस अवधि में परिसंपत्तियों को जुटाना तथा भरण पोषण पर एक करोड़ 44 लाख 98 हजार 336 रुपये कुल व्यय पाया गया। इस तरह 50 लाख 67 हजार 839 रुपये का आय के सापेक्ष अधिक व्यय उनके द्वारा अवैध स्रोतों के द्वारा किया जाना माना गया।

    सतर्कता अधिष्ठान आगरा ने की कार्रवाई, विजिलेंस थाने में दर्ज हुआ मामला

    जांच के दौरान संबंधित लिपिक से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उनके द्वारा कोई भी संतोषजनक स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया। ऐसी स्थिति में उन्हें आनानुपातिक परसंपत्ति अर्जन का प्रथम दृष्टि दोषी पाया गया। शासन द्वारा उनके विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

    मामले में सतर्कता अधिष्ठान उत्तर प्रदेश आगरा की निरीक्षक गीता सिंह ने विजिलेंस थाने में लिपिक जितेंद्र प्रताप सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कराया है। वर्तमान में लिपिक राजकीय बालिका इंटर कालेज रामनगर एटा में कार्यरत है। लगभग तीन साल पहले उन्हें यहां स्थानांतरित किया गया था।