डेंगू से एटा के सिपाही की मौत, बुखार का बढ़ रहा प्रकोप; मेडिकल कॉलेज में रोजाना आ रहे 1000 से अधिक मरीज
एटा में मौसम बदलने से बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। डेंगू से एक सिपाही की मौत हो गई जबकि चार मलेरिया के मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। मेडिकल कॉलेज में बुखार के मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं। डॉक्टर बुखार होने पर लापरवाही न बरतने और तुरंत जांच कराने की सलाह दे रहे हैं। अस्पताल प्रशासन मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर अलर्ट है।

जागरण संवाददाता, एटा। सिपाही की डेंगू से मौत हो गई है। जबकि चार मलेरिया के मरीजों को भर्ती करके उपचार दिया जा रहा है।मौसम बदलते ही बुखार ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज की ओपीडी सुबह खुलते ही मरीजों की लंबी कतारें लग जाती हैं। भीड़ का यह आलम दोपहर तक जारी रहता है और रोजाना एक हजार से अधिक मरीज बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
आंबेडकर नगर निवासी मुख्य आरक्षी आगरा में चल रहा था उपचार
शहर के मोहल्ला अंबेडकर नगर निवासी मुख्य आरक्षी पुलिस अवनीश कुमार 32 वर्ष की उपचार के दौरान आगरा में सोमवार की सुबह करीब 10 बजे डेंगू से मौत हुई है। स्वजन ने बताया कि इटावा में एलआईयू में तैनाती थी। वर्ष 2011 बैच के आरक्षी थी और प्रमोशन होकर मुख्य आरक्षी बने। इटावा में बुखार और डेंगू की पुष्टि होने पर एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा में शनिवार को भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के बाद भी स्वास्थ्य लाभ नहीं मिला और सोमवार की सुबह दम तोड़ दिया। स्वजन आगरा में ही पोस्टमार्टम कराकर शव को घर लाए, यहां पुलिस लाइन में कोतवाली नगर पुलिस ने राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी और शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया।
बुखार से सिर व बदन दर्द के साथ ही टूट रहा है मरीजों का शरीर
इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में बुखार लगातार आने पर लक्ष्मी 15 वर्ष पुत्री राजेश कुमार निवासी धुआई थाना बागवाला, हरिओम आठ वर्ष पुत्र भंबर सिंह निवासी डांडा गंगनपुर, आरव दो वर्ष पुत्र सतेंद्र कुमार निवासी मझराऊ और काशीराम पुत्र उदयवीर निवासी पुराहार अलीगंज की जांचें कराने पर मलेरिया की पुष्टि हुई हैं। चारों को मेडिकल कालेज में भर्ती करके उपचार दिया जा रहा है। डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों डेंगू और मलेरिया के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सोमवार को मेडिकल कालेज में चार मलेरिया के मरीजों को भर्ती कराया गया। मरीजों की हालत देखते हुए उन्हें तत्काल भर्ती कर विशेष निगरानी में रखा गया है।
बुखार से सिर व बदन दर्द की समस्या
चिकित्सकों का कहना है कि मरीजों को समय पर इलाज मिलने से उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इस बार बुखार सामान्य से ज्यादा लंबे समय तक लोगों को परेशान कर रहा है। कई मरीज बुखार न उतरने की शिकायत के साथ बार-बार अस्पताल लौट रहे हैं। खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। ओपीडी में आए अधिकांश मरीज तेज बुखार, सिर दर्द, कमजोरी और बदन दर्द जैसी शिकायत कर रहे हैं।
बुखार आने पर नहीं बरतें लापरवाही
मेडिसिन ओपीडी में तैनात डॉक्टर आदित्य स्वामी ने बताया कि बुखार आने पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, वायरल बुखार के साथ डेंगू व मलेरिया के मरीज आ रहे हैं। इनको समय पर उपचार मिलने से स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। वहीं पीड्रियाट्रिक में तैनात सीनियर रेजीडेंट डा. गौरव कुमार का कहना बच्चों को लेकर सतर्कता बहुत जरूरी है। बच्चे बीमारी को बता नहीं पाते हैं ऐसे में उनकी गतिविधियों को लेकर चिकित्सक को दिखाना चाहिए ताकि उनको सही समय पर इलाज हो सके।
मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर ओपीडी में अलर्ट
मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉक्टर सुरेश चंद्रा ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी विभागों एवं ओपीडी को अलर्ट कर दिया गया है। बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए अलग से वार्ड तैयार किए गए हैं ताकि अन्य गंभीर मरीजों को परेशानी न हो। वहीं डेंगू और मलेरिया की जांच के लिए पैथोलाजी विभाग में विशेष इंतजाम किए गए हैं।
सुरेश चंद्रा ने कहा कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर लापरवाही न बरतें। तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या मेडिकल कालेज पहुंचकर जांच कराएं। बिना डाक्टर की सलाह दवा लेने से बचें। साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और घर के आसपास पानी न ठहरने दें, क्योंकि यही मच्छरों के पनपने का मुख्य कारण है।
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