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    Jawahar Thermal Project: एक हजार श्रमिक हड़ताल पर जाने से रुका काम, तैयारियों पर पड़ सकता है असर

    Jawahar Thermal Project परियोजना प्रबंधन 15 सितंबर से विद्युत उत्पादन शुरू करने की घोषणा कर चुका है। ऐसे में प्रत्येक भवन को फिनीशिंग टच दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में अगर श्रमिक काम करना बंद कर देंगे तो तैयारियों पर असर पड़ेगा। जवाहर तापीय परियोजना का काम इसी महीने खत्म होने का अनुमान था। लेकिन अब तैयारियों पर असर पड़ता दिख रहा है।

    By pravesh dixitEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Wed, 13 Sep 2023 08:56 AM (IST)
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    Jawahar Thermal Project: एक हजार श्रमिक हड़ताल पर जाने से रुका काम, तैयारियों पर पड़ सकता है असर

    एटा, जागरण संवाददाता। जवाहर तापीय परियोजना के एक हजार श्रमिक मंगलवार को हड़ताल पर रहे। श्रमिक उपलब्ध कराने वाली फर्म डायनामिक और डायनामिक मैकेनिकल ने श्रमिकों का भुगतान चार माह से नहीं किया है, जिसको लेकर श्रमिक नाराज हैं। डायनामिक का कहना है कि उसे कोरियाई निर्माण कंपनी दुसान ने भुगतान नहीं किया हे इसलिए श्रमिकों का वेतन नहीं दे पा रहे। दोनों कंपनियों की खींचतान का दंश श्रमिक भोग रहे हैं।

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    कंपनी ने कर रखा है अनुबंध

    जवाहर तापीय परियोजना में मुख्य निर्माण कंपनी दुसान है। दुसान ने श्रमिक और कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली देश की कई फर्मों से अनुबंध कर रखा है। इन्हीं में से दो फर्म डायनामिक और डायनामिक मैकेनिकल से 300 से अधिक श्रमिक जुड़े हैं। अन्य श्रमिक पीएनसी व अन्य फर्मों के हैं, वे भी हड़ताल में शामिल हो गए और हड़तालियों की संख्या एक हजार तक पहुंच गई।

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    चार महीने से वेतन नहीं देने के आरोप

    डायनामिक के श्रमिकों का कहना है कि उन्हें चार माह से वेतन नहीं मिला। एक-एक श्रमिक का 40 से लेकर 50 हजार रुपये तक फर्म पर बकाया है। फर्म कह रही है कि उसे दुसान से भुगतान नहीं मिल पा रहा इसलिए वेतन कहां से दे। कई श्रमिकों को विभिन्न फर्मों द्वारा निकाल दिया गया इसलिए भी श्रमिकों में आक्रोश है।

    पहले डायनामिक के श्रमिकों ने सुबह आठ बजे हड़ताल कर दी

    मंगलवार को पहले डायनामिक के श्रमिकों ने सुबह आठ बजे हड़ताल कर दी। इसके बाद अन्य फर्मों के अधीन काम कर रहे श्रमिक और कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो गए। इसलिए हड़तालियों की संख्या बढ़ गई। एक हजार श्रमिकों ने दिन में काम नहीं किया और वे अपने निर्माण स्थलों पर बैठे रहे। इस दौरान परियोजना प्रबंध तंत्र द्वारा पुलिस को सूचना दे दी गई तो वह भी मौके पर पहुंच गई।

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    होती रही बातचीत, नहीं निकला नतीजा

    पुलिस और श्रमिकों के बीच बातचीत होती रही, लेकिन श्रमिक भुगतान पर अड़े रहे। शाम तक कोई समाधान नहीं निकल सका था। पिछले माह भी श्रमिकों ने तीन दिन काम नहीं किया था और हड़ताल पर रहे। हड़ताली श्रमिक पुलकित, रामनरेश, अमित आदि का कहना है कि श्रमिक परेशान हैं इसलिए उनका भुगतान किया जाना चाहिए। परियोजना के महाप्रबंधक अजय कटियार का कहना है कि निर्माण कार्य करा रही फर्मों के पेमेंट का इश्यू है, बातचीत के जरिए समाधान निकल आएगा।

    पांच बजे थमा दिए गेट पास

    परियोजना में काम कर रहे श्रमिक सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक 12 घंटे काम करते हैं, लेकिन मंगलवार को प्रबंध तंत्र द्वारा उनसे आठ घंटे की ड्यूटी ही ली गई और शाम पांच बजे सभी को गेट पास थमा दिए। श्रमिकों की मैन पावर फर्म डायनामिक के अधिकारी श्रमिकों के मुताबिक हर रोज भुगतान का आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा।

    डायनामिक को कुछ भुगतान कर चुकी दुसान

    मुख्य निर्माण कंपनी दुसान के एक अधिकारी की मानें तो पांच-छह करोड़ का भुगतान डायनामिक कंपनी को दुसान कर चुकी है, लेकिन फिर भी पैसा श्रमिकों को नहीं दिया गया। हालांकि दुसान और डायनामिक के जिम्मेदार लोग इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

    इसलिए है खींचतान

    परियोजना में काम धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। हालांकि विद्युत उत्पादन शुरू होने के बाद भी 650 मेगावाट की दूसरी यूनिट पर काम चलता रहेगा। मैन पावर कंपनियां दुसान पर आरोप लगा रही हैं कि उनका भुगतान समय से नहीं किया जा रहा। दुसान के अधिकारी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे। पिछले माह श्रमिकों ने एक अधिकारी का घेराव किया था, इसके बाद दुसान की तरफ से श्रमिकों के विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज करा दी गई थी।