एटा में पागल सियार के काटने से युवक की मौत, ऐसे दिखते हैं रैबीज के लक्षण और असर
एटा के विक्रमपुर गांव में एक युवक की पागल सियार के काटने से मौत हो गई। दीपावली से पहले खेत में काम करते समय सियार ने उसे काटा था। युवक ने दो एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाए थे, लेकिन तीसरा नहीं लगवा पाया। हालत बिगड़ने पर उसे अलीगढ़ रेफर किया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि एंटी रैबीज का टीका समय पर लगवाना जरूरी है।

मृतक का फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, एटा। दीपावली से पूर्व खेत पर काम कर रहे युवक को पागल सियार ने काट लिया। एक माह बाद मंगलवार तड़के इस युवक की मौत हो गई। युवक ने सिर्फ दो एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाए थे। सोमवार रात उसकी हालत बिगड़ी तो परिवार के लोग उसे मेडिकल कॉलेज लाए, जहां से उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
थाना रिजोर क्षेत्र के गांव विक्रमपुर में 21 वर्षीय दीपक कुमार दीपावली से दो दिन पूर्व दोपहर दो बजे अपने खेत पर काम कर रहा था, तभी झाड़ियों में से अचानक एक सियार निकल आया और उसने युवक के पैर में काट लिया। इस सियार को पहले भी ग्रामीाणों ने कई बार देखा था जो ग्रामीणों के अनुसार पागल हो चुका था। युवक उससे बचकर भागा तो सियार ने पीछा भी किया। युवक के पैर में जख्म हो गया। परिवार के लोग उसे मेडिकल कालेज लाए, जहां उसके दो एंटी रैबीज वैक्सीन लगाईं गईं थीं। तीसरी वैक्सीन नहीं लग पाई थी।
सोमवार रात बिगड़ी थी हालत, अलीगढ़ कराया था भर्ती
दरअसल इस मामले में युवक ने भी लापरवाही बरती। पोस्टमार्टम गृह पर आए मृतक के स्वजन ने बताया कि घर में शादी थी इसलिए दीपक शादी के कामकाज में लगा रहा और वह वैक्सीन लगवाने नहीं जा पाया। सोमवार रात युवक को घबराहट होने लगी और पानी देखकर डरने लगा।
पीड़ित ने सिर्फ दो ही लगवाए थे एंटी रैबीज इंजेक्शन
इसके बाद उसे अलीगढ़ ले जाया गया, मगर वहां के चिकित्सकों से भी मना कर दिया और दिल्ली ले जाने की सलाह दी। चिकित्सकों ने यह भी कह दिया कि अब चाहें कहीं भी दिखाओ, मगर उपचार संभव नहीं है। इसके बाद परिवार के लोग उसे घर ला रहे थे। मंगलवार तड़के पांच बजे युवक ने दम तोड़ दिया।
एंटी रैबीज का टीका छूटने पर नुकसान
- उपचार की प्रभावशीलता कम हो जाती है
- रैबीज होने का खतरा बढ़ जाता है
- रैबीज के लक्षण दिखाई दें तो समझिए घातक स्थिति
- रैबीज वायरस फैलने से नर्वस हो जाता है दिमाग सिस्टम
- हृदय प्रणाली पर रैबीज का असर होने से हो जाती है मौत
रैबीज के असर के लक्षण
- घाव के आसपास झनझनाहट या जलन
- बुखार, थकान और सिरदर्द होना
- पानी से डर लगना
- चिड़चिड़ापन और आक्रामकता रहना
- मांसपेशियों में ऐंठन रहती है
बताते हैं कि दो दिन से पानी देखकर युवक को डर लगता था। इसलिए उसने पानी पीना भी बंद कर दिया था। जब हालत अधिक बिगड़ी तो परिवार के लोग युवक को मेडिकल कॉलेज लाए, जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। स्वजन ने मामले की सूचना पुलिस को दी तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक मजदूरी करता था, उसने पढ़ाई नहीं की थी।

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