'नवरात्रि में धर्म छिपाकर एंट्री करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें' महिला आयोग की अध्यक्ष से कौशल किशाेर की मांग
वृंदावन के सनातन धर्म रक्षापीठ के पीठाधीश्वर कौशल किशोर ठाकुर ने महिला आयोग से गरबा कार्यक्रमों में बिना पहचान के प्रवेश रोकने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि में धर्म छिपाकर प्रवेश करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने पहले वक्फ बोर्ड को जमीन कब्जाने वाला बताया था और श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में पैरवी के कारण उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली है।

जागरण संवाददाता, एटा। सनातन धर्म रक्षापीठ, वृंदावन के पीठाधीश्वर एवं कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर ने महिला आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान से अपील करते हुए कहा है कि जैसे पूर्व में राज्य की जिमों को पुरुष और जिहादी ट्रेनरों से मुक्त कराया, वैसे ही एक और एडवाइजरी जारी कर विद्यालयों, कॉलेजों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित होने वाले गरबा कार्यक्रमों में बिना आधार वेरिफिकेशन के किसी को एंट्री न दी जाए। यदि कोई जिहादी हमारे नवरात्रि के पावन आयोजन में नाम और धर्म छिपाकर प्रवेश करता है, तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
सनातन धर्म रक्षापीठ वृंदावन के पीठाधीश्वर ने महिला आयोग से की अपील
विकास खंड जैथरा क्षेत्र के गांव टिकाथर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में पीठाधीश्वर एवं कथावाचक ने यह अपील की। कथावाचक कौशल किशोर पूर्व से सनातन धर्म और संस्कृति को लेकर अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं। इससे पूर्व उन्होंने वक्फ बोर्ड को जमीनें कब्जा करने वाला गैंग बताया था।
जान से मारने की मिल चुकी हैं धमकियां
कौशल किशोर ठाकुर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि एवं ज्ञानवापी मामले की पैरवी करने के कारण जान से मारने की धमकियां भी मिल चुकी हैं, लेकिन उनका कहना है कि अपने धर्म के प्रति निष्ठा और समर्पण रख यदि मैं मर भी जाऊं तो इस तरह की मृत्यु उन्हें स्वीकार है। फिलहाल उनके बयान के बाद काशी में एक गरबा उत्सव में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है।
इस दौरान कथा आयोजक कांती देवी, मीना देवी, परीक्षत सावित्री देवी, ओमवीर सिंह, यज्ञपति ममता देवी, पप्पू सिंह राजपूत आदि मौजूद थे।
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