एक के हाईस्कूल-इंटर प्रमाण पत्र, दो के TET नकली, फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों की सेवा समाप्त
एटा में बेसिक शिक्षा विभाग ने तीन शिक्षकों को फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है। इनमें से एक शिक्षक के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए जबकि दो शिक्षकों के टीईटी प्रमाणपत्र फर्जी निकले। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की। इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मच गई है।

जागरण संवाददाता, एटा। बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षकों पर एक बार फिर शिकंजा कसा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों की जांच में अभिलेख, फर्जी प्रमाण पत्र पाते हुए उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है। विभाग की कार्रवाई के बाद खलबली मच गई है।
यहां बता दें कि फर्जी अभिलेखों और शैक्षिक प्रमाण पत्रों के द्वारा बेसिक शिक्षा में नौकरी करने वाले शिक्षकों के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। सरकार द्वारा भी लगातार फर्जी वाले की आने वाली शिकायतों की जांच के बाद तुरंत कार्रवाई के निर्देश लगातार दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में विभाग को फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी करने को लेकर शिकायतें प्राप्त हो रहीं थीं।
शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार द्वारा फर्जीवाड़े के कुछ मामले स्पष्ट होने जैसी स्थिति में सभी शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच के अलावा अभिलेखों के सत्यापन की प्रक्रिया गतिशील की गई। हाल ही में शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख की सत्यापन रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद सामने आया कि शिक्षकों के हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाण पत्र ही फर्जी नहीं मिले बल्कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र भी फर्जी लगाकर उन्होंने नौकरी प्राप्त कर ली थी।
जो मामले जांच में स्पष्ट हुए उनमें शशिकांत शर्मा प्रधान अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला खिल्ली निधौली कलां के हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र फर्जी मिला था
इसके अलावा प्रतिभा यादव सहायक अध्यापक वाहिदपुर बीबी तथा हेमलता सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय खेरिया जमों जलेसर का शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र भी फर्जी पाया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीनों ही शिक्षकों की तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त कर दी गई है। उन्होंने बताया है कि फर्जी अभिलेखों द्वारा नौकरी करने के मामलों को लेकर विभाग पूरी तरह गंभीर है।
यहां बता दें कि एटा जनपद में पहले भी फर्जी अभिलेखों के द्वारा नौकरी करने के मामले में शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई होती रही है। उधर विभाग की कार्रवाई के बाद खलबली मची है।
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