एटा में परिवहन निगम की कार्रवाई से खलबली: बाबू को पीटने वाला नियमित परिचालक बर्खास्त, संविदाकर्मी हटाया
एटा में परिवहन निगम के वर्कशॉप में बुकिंग क्लर्क के साथ मारपीट करने वाले नियमित परिचालक को बर्खास्त कर दिया गया है जबकि संविदा परिचालक को हटा दिया गया है। पुलिस कार्रवाई न होने से कर्मचारियों में आक्रोश है और उन्होंने हड़ताल की चेतावनी दी है। पुलिस से जल्द कार्रवाई की मांग की गई है।

जागरण संवाददाता, एटा। परिवहन निगम के आगरा रोड स्थित वर्कशाप में गुरुवार को बुकिंग क्लर्क महावीर सिंह से मारपीट करने वाले नियमित और संविदा परिचालक पर परिवहन निगम ने कार्रवाई की है। नियमित परिचालक को बर्खास्त किया गया है, जबकि संविदा कर्मी को हटा दिया गया है।
हालांकि, अभी तक पुलिस कार्रवाई न होने से निगम कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। कर्मचारियों का कहना है कि आरोपित परिचालकों की गिरफ्तारी न होने हमलावरों का मनोलब बढ़ा हुआ है।
पुलिस कार्रवाई न होने से परिवहन निगम कर्मचारियों में आक्रोश
गुरुवार को बुकिंग क्लर्क महावीर सिंह के साथ नियमित परिचालक विकास मिश्रा और संविदा परिचालक जितेंद्र पाल सिंह ने सरकारी कार्य करने के दौरान हमला कर पिटाई की थी। नियमित परिचालक को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया जबकि संविदा परिचालक का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। घटना की सूचना मिलने पर एआरएम ने अपने स्तर पर जांच शुरू की और दोषी परिचालकों के खिलाफ तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। घटना के बाद से ही परिवहन निगम के कर्मचारियों में गुस्सा है।
गुरुवार को वर्कशाप में बुकिंग क्लर्क महावीर सिंह पर किया गया था हमला
शुक्रवार को जब पुलिस जांच के लिए वर्कशाप पहुंची तो कर्मचारियों ने सवाल उठाए कि अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो वे हड़ताल पर जा सकते हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि डिपो परिसर में कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की है। यदि इसी तरह हमले होते रहे तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा। कर्मचारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
परिचालकों के खिलाफ तहरीर देकर गुरुवार को ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी
एआरएम नरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि परिचालकों के खिलाफ तहरीर देकर गुरुवार को ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जांच के बाद दोनों पर कार्रवाई की गई है। विभागीय कार्रवाई की जा चुकी है। गिरफ्तारी की कार्रवाई पुलिस को करनी है। आरोपित नहीं पकड़े जाने से कर्मचारियों में रोष है, मुझसे भी शिकायत की गई है। पुलिस से वार्ता कर कार्रवाई के लिए कहा जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।