Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Etah News: बीज वितरण योजना में फर्जीवाड़ा, किसानों के नाम पर बने फर्जी बिल बनाकर घाेटाला

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 12:31 PM (IST)

    भूमि संरक्षण विभाग की बीज वितरण योजना में गड़बड़ी सामने आई है। किसानों के नाम पर फर्जी बिल बनाकर घोटाला किया गया है। किसानों का आरोप है कि उन्हें मुफ्त बीज नहीं मिला और अधिकारियों ने फर्म के साथ मिलकर फर्जी बिलिंग की है। किसानों ने उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके। विभागीय अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।

    Hero Image
    बाजरा प्रदर्शन में फर्जीवाड़ा, किसानों के नाम पर बने फर्जी बिल

    जागरण संवाददाता, एटा। प्रदेश सरकार किसानों को अच्छी उपज दिलाने के लिए निशुल्क हाइब्रिड बीज उपलब्ध करा रही है, लेकिन इस योजना में भी बड़ा खेल सामने आया है। भूमि संरक्षण विभाग की ओर से चालू वर्ष में बाजरा बीज प्रदर्शन के लिए काबेरी सुपर बोस बीज का वितरण कराया गया। जांच में पता चला है कि किसानों के नाम पर बिल बनवाकर फर्जीवाड़ा किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ठंड़ी सड़क स्थित भूमि संरक्षण विभाग का कार्यालय संचालित है। शहर में कैलाश मंदिर के पास मौजूद एक फर्म के नाम पर भी फर्जी बिल तैयार किए गए हैं। जबकि फर्म संचालक का कहना है कि उसने विभाग को 3000 किलोग्राम बीज उपलब्ध कराया था। जरूरत 1500 किलोग्राम की थी, लेकिन इसके सापेक्ष अधिक मात्रा दर्शाकर बिल बनवा लिए गए। इससे साफ हो रहा है कि वितरण व्यवस्था में गंभीर गड़बड़ी की गई है।

    भूमि संरक्षण विभाग की ओर से वितरित किया गया है बाजारा बीज

    किसानों के बीच यह चर्चा है कि असली लाभार्थियों तक बीज नहीं पहुंचा। कई किसानों ने बताया कि उन्हें विभाग की ओर से निशुल्क बीज मिलने की सूचना तो मिली, लेकिन वास्तविकता में बीज उनके पास नहीं पहुंचा। इससे यह शक और गहरा हो गया है कि अधिकारियों और संबंधित फर्म की मिलीभगत से फर्जी बिलिंग कर सरकारी योजना का दुरुपयोग किया गया है।

    सरकार की ओर से प्रदर्शन के लिए काबेरी सुपर बोस का किया गया वितरण

    मामला सामने आने के बाद किसानों ने उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो सरकारी योजनाओं का असली फायदा किसानों तक कभी नहीं पहुंचेगा। वहीं, विभागीय अधिकारी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

    जिला भूमि संरक्षण अधिकारी अनूप कुमार ने बताया कि डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाता बीज की रकम जाती है। इसमें गड़बडी की संभावनाएं कम हैं। फिर भी मामले को दिखवाया जाएगा।