भागवत कथा की कलश यात्रा रोकने पर लोगों ने किया प्रदर्शन, अधिकारियों ने पहुंचकर सुलझाया मामला
एटा के जैनपुरा गांव में भागवत कथा के लिए निकली कलश यात्रा का दलित समुदाय ने विरोध किया। आंबेडकर जयंती पर शोभायात्रा की अनुमति न मिलने से नाराज़ लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और सुरक्षा के बीच यात्रा निकाली गई। गाँव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है।

संवाद सहयोगी जागरण, जलेसर। गांव जैनपुरा में रविवार को शुरू हुई भागवत कथा के लिए निकाली जाने वाली कलश यात्रा दलित समाज के लोगों ने रोक दी। इस दौरान विवाद होने लगा, पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझाया, फिर भी लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए। बाद में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी, तब मामला सुलझ सका और यात्रा निकल सकी।
गांव जैनपुरा में शाम के समय भागवत कथा के लिए कलश यात्रा निकाले जाने की तैयारी चल रही थी। गांव की महिलाएं कलश लेकर एकत्रित हो चुकी थीं, तभी दलित समाज के युवा व महिलाएं छत पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। कुछ युवाओं ने सड़क पर ड्रम और चारपाई रखकर यातायात अवरुद्ध कर दिया और नारेबाजी करने लगे। गांव के लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो एसडीएम भावना विमल, सीओ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक डा. सुधीर राघव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और विरोध कर रहे लोगों को समझाया। तब मामला सुलझ सका और सुरक्षा के बीच कलश यात्रा निकाली गई।
घटना के पीछे बताया गया है कि आंबेडकर जयंती पर दलित समाज के लोग शोभायात्रा निकालना चाहते थे, लेकिन पूर्व में कभी यात्रा निकली नहीं थी इसलिए प्रशासन ने अनुमति नहीं दी, फिर भी शोभायात्रा निकाले जाने की कोशिश दलित समाज के लोगों ने की थी, लेकिन पुलिस ने जाकर रोक दिया था, जिसकी परिणति में कलश यात्रा को रोकने की कोशिश की गई। विवाद अधिक बढ़ने से पूर्व मामला प्रशासन ने सुलझा लिया।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि कुछ लोग कलश यात्रा का विरोध कर रहे थे, लेकिन समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया है। कानूनी व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
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