Updated: Wed, 10 Sep 2025 06:08 PM (IST)
एटा में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है जिससे मेडिकल कॉलेज में मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। बुधवार को डेंगू के चार और मलेरिया के पांच नए मरीज भर्ती हुए। चिकित्सकों ने लोगों को सतर्क रहने और जल भराव से बचने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंतित है और ग्रामीण क्षेत्रों में ओपीडी करा रहा है।
जागरण संवाददाता, एटा । जिले में मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। हालत यह है कि मेडिकल कालेज में रोजाना डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को डेंगू के चार और मलेरिया के पांच मरीजों को भर्ती कराना पड़ा। इसके अलावा बुखार से पीड़ित दर्जनों मरीज सुबह से ही मेडिकल कालेज पहुंचते रहे। यह मरीज कई दिनों से बुखार से पीड़ित थे, जांच में पुष्टि होने पर इलाज कराया जा रहा है।
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बुधवार की सुबह से ही मेडिकल कालेज के ओपीडी और पैथोलाजी विभाग के बाहर लंबी कतारें लग गईं। मरीजों के साथ आए तीमारदार पर्चा बनवाने से लेकर जांच और भर्ती की प्रक्रिया तक परेशान दिखे। चिकित्सकों ने मरीजों की जांचें कराईं और इनमें नेकवती निवासी कुंवरपुर, अमर सिंह निवासी शहबाजपुर, बबीता निवासी गंगनपुर, कृष्णा देवी निवासी तुर्कीपुरा को डेंगू और दयाचंद निवासी शाह आलमपुर, जौली पुत्री देवचरन निवासी जीसुखपुर, गुड्डो देवी निवासी खिरया खबा, ललिता पुत्री कल्याण सिंह निवासी नगल रंधौर फिरोजाबाद में मलेरिया की पुष्टि हुई है।
मेडिकल कालेज की जांच रिपोर्ट के आधार पर मरीजों को वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया है। फिलहाल सभी मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है और उनका उपचार जारी है। डाक्टरों का कहना है कि डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौसम में हो रहे बदलाव और जगह-जगह जल भराव के कारण मच्छरों का प्रकोप तेज हो गया है।
तेजी से फैल रहा मलेरिया
यही वजह है कि जिले में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहा है। चिकित्सकों ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आसपास कहीं भी पानी एकत्र न होने दें, नियमित सफाई रखें और मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। बुखार की स्थिति में लापरवाही न बरतें और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराएं।
मेडिकल कालेज प्रशासन का कहना है कि सभी मरीजों के उपचार की व्यवस्था की जा रही है और दवाओं की कमी नहीं है। हालांकि, बढ़ती भीड़ के कारण संसाधनों पर दबाव अवश्य है। डेंगू और मलेरिया मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
मलेरिया अधिकारी लोकमन सिंह ने बताया कि डेंगू व मलेरिया को लेकर लगातार सतर्कता बरती जा रही है। सूचना मिलने पर ग्रामीण क्षेत्रों में ओपीडी कराई जा रही है। मेडिकल कालेज में किट से जांच होती है, ऐसे में यह अधिकृत नहीं है। फिर भी निगरानी रखी जा रही है।
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