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    नशे का गोरखधंधा बेनकाब, आगरा की नारकोटिक्स टीम का छापा; एटा में तंबाकू गोदाम से 25 लाख का Codeine युक्त कफ सिरप बरामद

    By Pravesh Dixit Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Mon, 22 Dec 2025 07:19 PM (IST)

    एटा के अलीगंज में पुलिस और Narcotics विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 25 लाख रुपये का कोडीन युक्त कफ सीरप बरामद किया। यह खेप एक तंबाकू के गोदाम में ...और पढ़ें

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    एटा में की गई छापेमारी में बरामद सिरप और पकड़े गए आरोपी।

    जागरण संवाददाता, एटा। जिले के अलीगंज क्षेत्र में पुलिस और नारकोटिक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 25 लाख रुपये कीमत का कोडीन युक्त कफ सीरप बरामद किया है। यह खेप गांव नकटई कलां नगला बनी स्थित एक तंबाकू के गोदाम में छिपाकर रखी गई थी। कार्रवाई में 47 पेटियां कफ सीरप बरामद की गईं, जबकि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

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    पकड़े गए आरोपियों के तार ड्रग सिंडिकेट सरगना शुभम जायसवाल से जुड़े बताए जा रहे हैं। रविवार देर रात करीब 12 बजे मिली सटीक सूचना पर आगरा नारकोटिक्स टीम इंस्पेक्टर हरवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में अलीगंज थाने पहुंची। इसके बाद सीओ अलीगंज नीतिश गर्ग के नेतृत्व में सर्किल क्षेत्र के थानों की फोर्स ने गांव की घेराबंदी कर दी। पुलिस ने तंबाकू के गोदाम में छापा मारा तो वहां कोडीन युक्त कफ सीरप की भारी खेप रखी मिली।

    छापेमारी के दौरान गोदाम में कुछ लोग काम कर रहे थे। पुलिस को देखते ही भगदड़ मच गई, लेकिन टीम ने मौके से प्रमोद कुमार निवासी नगला उम्मेद थाना जसरथपुर, जितेंद्र यादव निवासी असदपुर थाना राजा का रामपुर, जितेंद्र सिंह निवासी नकटई कलां और पंजाब सिंह निवासी नगला बनी को गिरफ्तार कर लिया। तंबाकू का गोदाम रिटायर्ड फौजी पंजाब सिंह का है, जबकि आरोपित जितेंद्र यादव संग्रह अमीन है।

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे लंबे समय से कफ सीरप की तस्करी कर रहे थे और आसपास के जिलों में दवा कारोबारियों तक इसकी आपूर्ति करते थे। आरोपितों के पास से कफ सीरप ओनेरेक्स के 47 कार्टून (5640 शीशी), एक टाटा एस गोल्ड लोडर वाहन, एक एसेंट कार, पांच मोबाइल फोन और 3900 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

    बरामद कफ सीरप के रैपर पर ‘विंग’ कंपनी का नाम अंकित है, लेकिन बैच नंबर खरोंचे हुए पाए गए हैं। पुलिस को आशंका है कि यह कफ सीरप नशे के अवैध कारोबार में इस्तेमाल किया जाना था। बरामद खेप की अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये बताई जा रही है। चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।

     

    इस तरह पकड़ में आया मामला


    पुलिस और नारकोटिक्स टीम की पूछताछ में सामने आया कि आरोपित प्रमोद का भाई सनोज ट्रक चालक था। उसकी दोस्ती थाना जसरथपुर क्षेत्र के गांव नगला परशुराम निवासी पप्पू उर्फ वीकेश से थी। पप्पू ने पिछले वर्ष बनारस से कफ सीरप लोड कर पश्चिम बंगाल भेजा था, जहां सनोज पकड़ा गया और वर्तमान में वहीं जेल में बंद है। प्रमोद उसकी पैरवी कर रहा था। पप्पू शुभम जायसवाल के ड्रग सिंडिकेट से जुड़ा है।

    सनोज के कहने पर पप्पू ने करीब तीन माह पूर्व 60 पेटी कफ सीरप प्रमोद को दिए और कहा कि इसे बेचकर पैसे कमा लेना, जिससे भाई को छुड़ाया जा सके। प्रमोद यह पेटियां लेकर आया और चारों आरोपितों ने इन्हें पंजाब सिंह के गोदाम में रखवा दिया। इनमें से 13 पेटियां पहले ही बेच दी गई थीं।

    पुलिस पश्चिम बंगाल में पकड़े गए सनोज के परिवार पर पहले से नजर रखे थी। पप्पू और प्रमोद के बीच लगातार संपर्क के चलते शक गहराया और पूरा मामला खुल गया।


    अलीगंज क्षेत्र में कोडीनयुक्त कफ सीरप की बड़ी खेप नारकोटिक्स आगरा की टीम और अलीगंज पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ी गई है। चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनका शुभम जायसवाल कनेक्शन खंगाला जा रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि माल कहां से उठाया गया और कहां सप्लाई किया जाना था। बरामद कफ सीरप बनारस से लाया गया है।
    - श्याम नारायण सिंह, एसएसपी एटा